लखनऊ में तकरीबन 12 घंटे चले एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने एक संदिग्ध आतंकी को मार गिराया। एनकाउंटर लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में हुआ था। जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध आतंकी का नाम सैफुल्ला था जिसके तार आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) से जुड़े हुए थे। वहीं इस एनकाउंटर को लेकर कुछ और महत्वपूर्ण जानकारी भी सामने आ रही है। बीते मंगलवार को यह खबरें भी सामने आ रही थीं की आतंकी से जब सरेंडर करने को कहा गया तो उसने मना कर दिया और कहा कि उसे शहादत चाहिए। वहीं एनडीटीवी की खबर के मुताबिक पुलिस ने सैफुल्ला को आत्म समर्पण के लिए राजी करने की कोशिश में, सैफुल्ला की उसके भाई खालिद से फोन पर बात भी कराई।
खबर के मुताबिक शाम को लगभग 5.30 बजे पुलिस ने सैफुल्ला के भाई खालिद को फोन लगाकर पूरी स्थिति के बारे में बताया और फिर दरवाजे के नीचे से फोन सैफुल्ला की तरफ बढ़ा दिया। जानकारी के मुताबिक खालिद अपने भाई से बातचीत करते हुए रो पड़ा और उससे आत्म समर्पण करने को कहा, लेकिन सैफुल्ला ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और मरना बेहतर समझा। पुलिस के मुताबिक दोनों के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग के कुछ हिस्से मौजूद हैं। वहीं फोन पर अपने भाई से बात होने के बाद भी जब सैफुल्ला बाहर नहीं आया तो सुरक्षा बलों ने आसू गैस और मिर्ची बम फेंककर उसे बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन यह कोशिश नाकाम रही।
इस मामले को लेकर एटीएस के सीनियर अफ्सर असीम अरुण ने कहा- “हमारी कोशिश थी कि हम उसे जिंदा पकड़ें लेकिन ऐसा नहीं हो सका।” सैफुल्ला कानपुर का ही रहने वाला था। एनकाउंटर के बाद पुलिस ने उसके पास से पिस्टल, रिवॉल्वर, चाकू आदि सामान बरामद किया था। वहीं सैफुल्ला के तार मध्यप्रदेश में ट्रेन में हुए ब्लास्ट से जुड़े हुए भी बताए जा रहे हैं। ब्लास्ट में 10 लोग जख्मी हो गए थे और उनमें से 3 गंभीर रूप से घायल हैं। एनकाउंट लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में स्थित हाजी कॉलोनी में हुआ था।