कश्मीर में अशांति के वर्तमान वातावरण को अस्थायी बताते हुए विदेश राज्य मंत्री एम.जे. अकबर ने पाकिस्तान को जमकर कोसा। अकबर ने पाकिस्तान से दो टूक शब्दों में कहा कि आतंकवाद और बातचीत साथ नहीं चल सकते। अकबर ने कहा कि भारत हमेशा पड़ोसी देश से बातचीत का पक्षधर रहा है और हम अच्छे पड़ोसी के तौर पर और भाईचारे के साथ पाकिस्तान को बताना चाहते हैं कि वह आंखें खोल ले।
पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर की लड़ाई धर्म के नाम पर लोगों को बांटने, धर्म के नाम पर लोगों को दो करने की है। विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि कुछ लोग एक आतंकवादी को हीरो के रूप में पेश कर रहे हैं।
मुठभेड़ में मारे गये इस आतंकी पर 15 इल्जाम थे, हत्या के आरोप थे। सुरक्षा बलों को मारने के, सरपंचों और नागरिकों की हत्या करने के थे। इसने केबल कंपनियों को भी तबाह किया था।
देखिए एमजे अकबर का पूरा भाषण