कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को लेकर सरकार ने लोकसभा में जो जानकारी दी है। उससे साफ जाहिर होता है कि कश्मीर घाटी में आतंकी पिछले वर्षों की अपेक्षा 2016 में सबसे ज्यादा आतंकी गुटों में शामिल हुए। लोकसभा में अपने लिखित जवाब में गृह मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 2016 में 88 कश्मीरी युवा आतंकी गतिबिधियों में शामिल हुए।
लोकसभा में मंगलवार को जम्मू-कश्मीर संबंधी दो प्रश्नों के उत्तर में गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने लिखित रूप में जानकारी दी कि वर्ष 2010 के बाद से कश्मीर में सबसे अधिक युवाओं ने 2016 में बंदूक थामी। उपलब्ध करवाए गए आंकड़े के अनुसार वर्ष 2010 में 54 युवा आतंकवाद में शामिल हुए थे। वर्ष 2011 में यह संख्या कम होकर 23 हो गई, जबकि वर्ष 2012 में 21, वर्ष 2013 में 16, वर्ष 2014 में 53, वर्ष 2015 में 66 व वर्ष 2016 में यह संख्या 88 हो गई।
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