बीजेपी के तीन सांसद योगी आदित्यनाथ, मनोहर पर्रिकर और केशव प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश और गोवा में पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ऐसे में इन तीनों सांसदों को संसद की सदस्यता से इस्तीफा देना होगा। लेकिन ये राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए अपनी संसद सदस्यता नहीं छोड़ेंगे।
मनोहर पर्रिकर ने फिर गोवा के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला है। वह बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं। वहीं योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री और केशव प्रसाद मौर्य उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। योगी गोरखपुर से और मौर्य फूलपुर से बीजेपी के सांसद हैं। राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा लखनऊ के मेयर थे। वह अपने पद से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं।
सांसद से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बने इन बीजेपी सदस्यों के पास अभी छह महीने का समय है। यानी इनके पास इस्तीफा देने के लिए सितंबर तक का समय है, जबकि राष्ट्रपति पद का चुनाव जुलाई में होना है। बीजेपी के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया, ‘उन्हें (मनोहर पर्रिकर, योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य) छह महीने में राज्य सदन में निर्वाचित होना होगा और चुने जाने के 14 दिनों के अंदर लोकसभा या राज्यसभा से इस्तीफा देना होगा। कोई जल्दी नहीं है… उप-चुनाव में जाने की अपेक्षा हमारे पास दूसरे गंभीर मुद्दे हैं।’