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बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि बंगाल की सीएम के साथ ज्यादती हो रही है। ये संविधान पर बहुत बड़ा हमला है। सेना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। वहीं वेंकैया नायडू ने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है, क्योंकि यह सेना से संबंधित है। हमें महत्वपूर्ण मुद्दों को पटरी से नहीं उतारना चाहिए।
कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह अलग तरह का मामला दिखता है। सेना टोल एकत्र नहीं करती है? पश्चिम बंगाल में सेना को तैनात करने को लेकर कोई कानून-व्यवस्था नहीं है।
गौरतलब है कि गुरुवार को ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि प्रदेश सरकार को सूचित किए बगैर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर पलसित और दानकुनी के दो टोल प्लाजा पर सेना तैनात की गई है, जो ‘अभूतपूर्व और गंभीर मुद्दा है।’
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