नई दिल्ली। 20 महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार वो घड़ी आ ही गई, जब पीएम मोदी अपने कैबिनेट का विस्तार कर रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि कैबिनेट का विस्तार कल यानी मंगलवार को होगा। खबर है कि कैबिनेट विस्तान को लेकर राष्ट्रपति भवन को सूचित कर दिया गया है। सरकार बनने के बाद पीएम मोदी पहली बार कैबिनेट में फेरबदल करने जा रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार मंत्रीमंडल में कुछ नए मंत्री बनाए जा सकते हैं, जबकि कुछ के पोर्टफोलियो बदलने की भी जानकारी है। माना जा रहा है कि 75 साल से ऊपर के नेताओं को मंत्री नहीं बनाया जाएगा। कैबिनेट विस्तार के बाद सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन में नए मंत्रियों के शपथ दिलाने का समय भी सुनिश्चित कर लिया गया है। ये फेरबदल मंगलवार को होने के आसार इसलिए ज्यादा हैं क्योंकि मोदी को 7 जुलाई से चार अफ्रीकी देशों के दौरे पर रवाना होना है। पिछला और इकलौता फेरबदल नवंबर 2014 में हुआ था।
मंत्रियों के दो साल के कामकाज की रिपोर्ट के आधार पर किए जा रहे इस बदलाव के दौरान कई नए चेहरों को जगह मिल सकती है। इनमें कम से कम एक मंत्री का उत्तर प्रदेश से होना लगभग तय है। यूपी से बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल को सरकार में शामिल किया जाना तय माना जा रहा है। पटेल के अलावा अन्य संभावित नामों में पुरुषोत्तम रुपाला, रामदास अठावले, अजय टमटा, कृष्णराज, एसएस अहलूवालिया, महेंद्रनाथ पांडेय, अर्जुनराम मेघवाल, पीपी चौधरी प्रमुख हैं. वहीं मानव संसाधन राज्य मंत्री रामशकंर कठेरिया और पंचायती राज, रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री निहालचंद को वापस संगठन में काम करने के लिए भेजा जा सकता है. बाहर जाने वाले में अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला का नाम भी बताया जा रहा है.
आपको बता दें कि फिलहाल मोदी कैबिनेट में 66 मंत्री हैं। कानून के मुताबिक, 82 मंत्री रह सकते हैं। इस बात की संभावना सबसे ज्यादा है कि यूपी, उत्तराखंड और पंजाब के नेताओं को मंत्री बनाया जाएगा, क्योंकि इन तीनों ही राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। सर्बानंद सोनोवाल असम में सीएम बन चुके हैं। उनकी जगह खाली है। मुंबई में बीजेपी के गले की फांस बन रही शिवसेना को मनाने के लिए उसे भी एक मंत्री पद और मिलने की संभावना है।