कश्मीर के पत्थरबाजों पर सेना प्रमुख बिपिन रावत के बयान पर राजनीति शुरू हो गयी है। कांग्रेस ने आर्मी चीफ के इस बयान को गैर जिम्मेदाराना करार दिया है। कांग्रेस द्वारा जनरल बिपिन रावत के बयान पर विरोध जताने के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने अब पलटवार किया है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और बीजेपी नेता जितेंद्र प्रसाद ने कहा कांग्रेस जो अपने आप को राष्ट्रीय दल कहती है, सस्ती राजनीति के लिए अलगाववादियों की भाषा बोलने के लिए मजबूर हो गई है।
जितेंद्र सिंह के अनुसार, आर्मी चीफ ने अपने बयान में चिंता जताई है, कोई वॉर्निंग नहीं दी। उन्होंने अपील की है कि लोग मुठभेड़ वाली जगहों के नजदीक न जाएं, लेकिन कांग्रेस उसे दूसरे तरीके से पेश कर रही है। जितेंद्र सिंह ने कहा कि फ्रस्टेशन की शिकार कांग्रेस ऐसे तरीके अपना रही है, जिनके बारे में लोकतंत्र के इतिहास में किसी ने नहीं सुना। सिंह ने कहा, ‘हम राजनीतिक धड़ों और कांग्रेस से अपील करते है कि वे ऐसी राजनीति में न पड़ें, जिससे सुरक्षाबलों के मनोबल पर असर पड़े।’
दरअसल आर्मी चीफ बिपिन रावत ने बुधवार को चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सेना के ऑपरेशन्स में बाधा डालने वालों को आतंकवादियों का सहयोगी समझा जाएगा और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उनका इशारा सुरक्षा बलों पर पथराव करने वाले लोगों की तरफ था। रावत के इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कहा, “पिछले साल 1000 बच्चों को स्प्लिन्टर्स लगे। 100-200 बच्चों की आंखें चली गईं। यह कहना कि हम कश्मीर के बच्चों को पकड़ लेंगे, इसे देश के लोग पसंद नहीं करेंगे।”
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