पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने नरेंद्र मोदी सरकार की आय घोषणा योजना (आईडीएस) पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि इस योजना में ‘और खामियां’ हो सकती हैं।
चिदंबरम का बयान कुछ दिन पहले 13,860 करोड़ रुपये की अघोषित आय की घोषणा करने वाले अहमदाबाद के कारोबारी महेश शाह के उस दावे के बाद आया है जिसमें शाह ने कहा था कि यह पैसा उनका नहीं बल्कि अन्य लोगों का है। चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘65,000 करोड़ रुपये की आईडीएस में 13,860 करोड़ रुपये का सुराख है। और कितने सुराख होंगे।’
कुछ दिन पहले 13860 करोड़ रुपये की अघोषित आय की घोषणा करने वाले अहमदाबाद के रियल इस्टेट कारोबारी महेश शाह कल एक टेलीविजन शो में आये और उन्होंने दावा किया कि वह केवल दूसरों की रकम का चेहरा मात्र हैं। शाह के इस दावे के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री का बयान आया है।
भाषा की खबर के अनुसार, शाह ने टीवी चैनल से कहा था कि उनके पास कालाधन नहीं था और उन्होंने कुछ भारतीयों की अघोषित पूंजी की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि वह आयकर विभाग से संपर्क करेंगे और उन लोगों के नाम देंगे जिन्होंने उन्हें इस बात के लिए मनाया कि उनकी बेहिसाब रकम को अपनी बताएं।
शाह जैसे ही चैनल पर दिखाई दिये, कुछ ही देर में आयकर अधिकारी उन्हें पूछताछ के लिए स्थानीय चैनल के दफ्तर से ले गए। उन्हें वरिष्ठ आयकर अधिकारियों की रात भर चली पूछताछ के बाद रविवार की सुबह घर जाने दिया गया।