भारत में केंद्रीय सरकार की ओर से तीन तलाक के मुद्दे के गलत ठहराने और औरतों के अधिकारों के हनन बताने और समान नागरिक संहिता के मुद्दे को गलत बताते हुए शुक्रवार को शुरू हुए हस्ताक्षर अभियान में शामिल हुए मुसलमानों ने मोदी सरकार की खिलाफत करते हुए बताया है कि शरीयत कानून में किसी भी तरह की छेड़छाड़ बर्दाश्त नही करेगें।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील पर ऐशबाग ईदगाह स्थित दारुल उलूम फरंगी महल में जुमे की नमाज के बाद हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इसमें सैकड़ों मुसलमानों ने फॉर्म पर हस्ताक्षर कर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में जमा किया। अभियान में बड़ी तादाद में मुस्लिम महिलाएं भी शामिल हुईं। इससे पहले जुमे की नमाज के दौरान ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर तीन तलाक को महिलाओं के अधिकारों के खिलाफ बताया है। यह इस्लामी शरीयत में खुला हस्तक्षेप है। अब लॉ कमीशन ने भी इस मामले में लोगों से राय मांगी है।
मौलाना ने कहा कि संवैधानिक अधिकारों को छीनने की हर कोशिश का लोकतांत्रिक तरीके से जवाब दिया जाएगा। नादान महल रोड स्थित मस्जिद तक्वीअतुल ईमान में ऑल इंडिया सुन्नी बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद मुश्ताक की अगुवाई में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। मौलाना फरंगी महली ने कहा कि शहर की सभी मस्जिदों में हस्ताक्षर फॉर्म वितरित किए जा रहे हैं।
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