दिल्ली के उप-राज्यपाल नजीब जंग ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जंग के इस्तीफे के पीछे उनके कार्यालय ने आधिकारिक बयान में कहा है कि वे अपने पहले प्यार यानी शिक्षा की तरफ लौटेंगे। जंग के इस्तीफे पर कांग्रेस के नेता जेपी अग्रवाल ने कहा इसके पीछे कोई ‘राज’ होने का अंदेशा जताया है।
एक टीवी चैनल से बातचीत में दिल्ली कांगेस के नेता ने कहा कि जंग को कुछ मिला नहीं होगा इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया। हालांकि इस पर बीजेपी ने कहा है कि जंग का यह फैसला पूरी तरह निजी है, और इसका सम्मान किया जाना चाहिए। पार्टी ने इस्तीफे के पीछे केजरीवाल के होने से इनकार किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जंग से फोन पर बात की है और इस्तीफे के पीछे के कारण जानने की कोशिश की।
वहीं इस पर आप के नेता कुमार विश्वास ने कहा कि दिल्ली सरकार और नजीब जंग में कोई मनमुटाव नहीं था। एक टीवी चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘हमें इसका कोई अंदाजा नहीं था। हमारी उनसे से कोई निजी जंग नहीं है, हमारी जंग उनसे है जो उन्हें आदेश देते हैं।’ दूसरी तरफ कांग्रेस की नेता किरण वालिया ने कहा कि ‘ये अपने आप में अनोखा उदाहरण है कि कोई उप-राज्यपाल इस तरह इस्तीफा दे सकता है। केंद्र सरकार को संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को परेशान नहीं करना चाहिए। प्रजातंत्र में आप (बीजेपी) लोगों के मुताबिक नहीं चलेंगे तो नौकरशाह भी बदल जाते हैं।’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने एएनाई से बातचीत में कहा, ‘केंद्र सरकार गैर-बीजेपी सरकारों के प्रति शत्रुता की भावना से काम करती है। जंग को जिस तरह से केंद्र सरकार आदेश दे रही थी, उससे दिक्कतें पैदा हुईं। दिल्ली सीएम केंद्र के हस्तक्षेप की वजह से परेशान हुई। गवर्नर को खुद से फैसले करने की आजादी ही नहीं दी गई।’
अपने इस्तीफे में जंग ने जनता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल का शुक्रिया अदा किया है। बताया जा रहा है कि केजरीवाल 23 दिसंबर को जंग से मिलेंगे।