विदेश मंत्री सुषम स्वराज अक्सर ट्विटर पर लोगों की मदद करती हुई नजर आती हैं। चाहे बात वक़्त पर वीजा मुहैया करने की हो या फिर युद्धग्रस्त क्षेत्र से बचा कर वापस लाने की। ऐसा ही एक और वाक्य सामने आया है सुषमा ने यमन में फंसे इंडियन नेवी के एक अधिकारी की देश वापस लाने में मदद तो की लेकिन पहले उनकी गलती के लिए उसकी फटकार भी लगाई।
दरअसल यमन के रास्ते क्रूड ऑयल लेकर हिन्दुस्तान आ रहे भारत के टैंकर ‘जग प्रभा’ का चीफ ऑफिसर यमन के अदन शहर में फंस गया था, उसने अपने ट्विटर हैंडल @AXssProhibited से एक ट्वीट सुषमा स्वराज को किया। उन्होंने लिखा, “मैं और मेरी पत्नी यमन के अदन शहर में फंसे हैं। मैं भारतीय पोत जग प्रभा का चीफ ऑफिसर हूं। कृपया हमें भारत वापस भेजने में मदद करें।”
SOS @SushmaSwaraj , pls help me & my wife repatriate India from Aden, Yemen. I am chief officer in indian vessel Jag Prabha, stuck in Aden.
— subrat shukla (@AXssProhibited) February 14, 2017
सुषमा ने तुरंत जवाब देते हुए पूछा, “क्या आस पास भारतीय नेवी का कोई जहाज है। और जग प्रभा पर आपलोग कितने शख़्स फंसे हैं।” इसपर नेवी ऑफिसर ने कहा कि हमलोग कुल 23 भारतीय हैं जिन्हें बचाने की जरुरत है।
इसके बाद सुषमा इनकी सुरक्षित रिहाई के लिए सक्रिय हो गईं और रक्षा मंत्री और नेवी को इन्हें वहां से वापस लाने के लिए अनुरोध किया। इस बीच यमन में फंसे अधिकारी ने सुषमा से कुछ ऐसी मांग कर दी जो उन्हें नागवार गुजरी और विदेश मंत्री ने ट्वीट के जरिये ही उन्हें फटकार लगाई।
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