नई दिल्ली। कश्मीर में पुलवामा जिले में तलाशी अभियान का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों एवं सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में एक लेक्चरर की मौत हो गई और 18 अन्य लोग घायल हो गए। कश्मीर के कई हिस्सों में लगातार 41वें दिन कर्फ्यू जारी है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि संघर्ष के समय मारपीट के दौरान लेक्चरर शबीर अहमद मोंगा की मौत हो गई। वह संविदा पर नियुक्त थे। उन्होंने बताया कि अन्य 18 लोगों को यहां एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें अधिकतर युवा हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार सेना ने उन युवाओं को पकड़ने के लिए घर-घर में तलाशी ली जो देर रात इलाके में प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे थे, जिसका स्थानीय निवासियों ने विरोध किया था। बाद में हुए संघर्ष में 30 वर्षीय मोंगा की मौत हो गई।
एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि वे घटना के बारे में जानकारी एकत्र कर रहे हैं और जल्द ही एक बयान जारी करेंगे। फिलहाल, श्रीनगर शहर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षण समूह (यूएनएमओजी) के स्थानीय कार्यालय की ओर जाने वाली सभी सड़कें सील कर दी गई हैं।
प्राधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की ओर मार्च करने के अलगाववादियों के आह्वान के मद्देनजर शहर में सख्ती से रात में कर्फ्यू लागू किया। स्कूल, कॉलेज और निजी कार्यालय बंद रहे और अलगाववादियों द्वारा आहूत हड़ताल के कारण सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे। सरकारी कार्यालयों में बहुत कम उपस्थिति दर्ज की गई।
घाटी में मोबाइल इंटरनेट एवं मोबाइल टेलीफोन सेवाएं निलंबित रहीं, लेकिन पांच दिनों के बाद आज(18 अगस्त) तड़के ब्रॉडबैंड सेवाएं फिर से चालू कर दी गईं। गौर हो कि सुरक्षा बलों के साथ आठ जुलाई को हुई मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से हुए विरोध प्रदर्शनों के कारण घाटी में जनजीवन अस्त व्यस्त है। अब तक हुए संघर्ष में दो पुलिसकर्मियों समेत 64 लोग मारे गए हैं और कई हजार लोग घायल हो गए हैं।