सर्वे के मुताबिक एक तरफ जहां तीन-चौथाई मुस्लिमों के करीबी दोस्तों में हिंदू हैं, हिंदुओं में यह आंकड़ा एक-तिहाई का है। यानी एक-तिहाई हिंदू ऐसे हैं, जिनके करीबी दोस्तों में मुस्लिम भी हैं। इनसे अलग ईसाई समुदाय के लोगों की दूसरे धर्मों के लोगों से दोस्ती करने में शायद दिलचस्पी नहीं, लेकिन अगर तुलना की जाए तो मुस्लिमों की तुलना में उनके हिंदुओं से ज्यादा अच्छे संबंध हैं।
सर्वे में गाय के सम्मान को लेकर सरकार के रुख, सार्वजनिक कार्यक्रमों में भारत माता की जय बोले जाने, बीफ खाने, राष्ट्रीय गान के वक्त खड़े होकर सम्मान दिए जाने, आदि को लेकर किए गए सवालों पर भी अलग-अलग धर्मों के लोगों की राय जानी गई। सर्वे के मुताबिक 72 फीसदी लोग इन मुद्दों के साथ मजबूती के साथ खड़े नजर आए, 17 फीसदी दबे स्वर में आजाद खयालों के साथ दिखे और 6 फीसदी पूरी तरह से आजाद ख्याली का समर्थन करते हैं।