सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ हैं। कोई इसे फर्जी करार कर रहा है, तो कोई सबूत मांग रहा है। एक तरफ पाकिस्तान इस सर्जिकल स्ट्राइक के दावो को लगातार खारिज कर रहा है। वहीं विदेश मीडिया भी इस सर्जिकल स्ट्राइक पर उठा रहा है सवाल। इतना ही नहीं देश के विपक्ष के नेता भी इस सर्जिकल स्ट्राइक पर शक जता रहे हैं।
तो आइए आपको बताते हैं किस किसने सर्जिकल स्ट्राइक पर उठाए सवाल:
पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सवाल खड़े करते हुए कहा है कि सरकार को पब्लिक की मांग पर सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी करना चाहिए।
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने स्ट्राइक को फर्जी बताया है। पूर्व सांसद संजय निरुपम ने ट्वीट कर कहा कि, ‘हर हिंदुस्तानी चाहता है कि पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक हो लेकिन वह फर्जी न हो। सियासी फायदे के लिए फर्जी सर्जिकल ऑपरेशन ठीक नहीं।’
Every Indian wants #SurgicalStrikesAgainstPak but not a fake one to extract just political benefit by #BJP.
Politics over national interest pic.twitter.com/4KN6iDqDo5— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) October 4, 2016
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी सरकार से मांगे सबूत, दिग्विजय सिंह ने कहा सेना पर पूरा यकीन है। मोदी गुजरात के सीएम के तौर पर हम पर हमला करते रहे हैं। हमने पहले ही दिन इसका समर्थन किया था। पाकिस्तान सरकार दुनिया के जर्नलिस्ट्स को वहां ले जाकर दिखा रही है कि सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुआ। यूएन भी यही कह रहा है। हमारी सेना की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं तो सरकार को सबूत देना चाहिए।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पीएम की सराहना की वाडियो जारी करने के साथ ही सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत जारी करने को कहा था
इसके जवाब में गृहमंत्री राजनाथ ने भी दिया बयान
“हम देश के मान सम्मान पर आंच नहीं आने देंगे और किसी भी कीमत पर देश का मस्तक झुकने नहीं देंगे।”
बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी किया हमला
रविशंकर प्रसाद ने केजरीवाल के बयान को लेकर हमला बोलते हुए पूछा, “क्या आपको पता है कि पाकिस्तानी मीडिया के आप हीरो हैं। आपने उन्हें अवसर दे दिया। आपको भारतीय सेना पर भरोसा है या पाकिस्तान के बयानों पर?”
“राजनीतिक विरोध अपनी जगह है लेकिन संकट के समय देश एक स्वर में बोलता है. देश के सुरक्षा बलों ने कार्रवाई की और इसको देश के आर्मी कमांडर ने सार्वजनिक किया. अगर सवाल उठाया जा रहा है तो क्या सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाया जा रहा है?”
केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने भी दिया जवाब
“हमने देखा कि कुछ नेता पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। ऐसे नेताओं को इस बात का एहसास नहीं है कि उनकी गैरजिम्मेदाराना बात के क्या नतीजे हो सकते हैं। ये दिखाता है कि उनको जवानों पर विश्वास नहीं है।”
उमा भारती ने भी किया विरोध
“जो नेता पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहा हैं, उन्हें सबूत दिए जाने चाहिए और ऐसे लोगों को पाकिस्तान की नागरिकता ले लेनी चाहिए।”