मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान हुई पुलिस फायरिंग और किसानों के मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वरिष्ठ मंत्रियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार-देश के कई हिस्सों में किसानों का प्रदर्शन और मंदसौर में हुई फायरिंग पर इसमें चर्चा हुई। गृहमंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, कृषि मंत्री राधामोहन सिंह समेत कई वरिष्ठ मंत्री इस बैठक में शामिल हुए।
मंदसौर में पांच किसानों की मौत के बाद गुस्से में किसान, धक्का-मुक्की के बाद डीएम को भागना पड़ा- दरअसल, मंदसौर के पिपलियामंडी में पुलिस फ़ायरिंग में 5 किसानों की मौत के बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं। आज किसानों को समझाने के लिए डीएम पहुंचे तो किसानों का गुस्सा उन पर ही फूट पड़ा। उनके साथ धक्का-मुक्की हुई, जिसके चलते उन्हें तुरंत वहां से भागना पड़ा।
उधर, किसान आंदोलन के चलते रतलाम-नीमच लाइन पर असर पड़ा है. रतलाम-नीमच लाइन पर पटरियों को नुक़सान पहुंचाया गया। यहां पर ट्रेनें रोकी गईं।
इस घटना को लेकर राज्य की सियासत गरमाने लगी है। कांग्रेस ने जहां इसे लेकर राज्य की बीजेपी सरकार को घेरते हुए राज्य भर में बंद का आह्वान किया है, वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसे कांग्रेस की सुनियोजित साजिश करार दिया है। इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज पीड़ित परिवारों से मिलने मंदसौर जाने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने उनके हेलीकॉप्टर को लैंडिंग की इजाजत देने से इनकार कर दिया। इसके बाद अब कांग्रेस नेता उनकी यात्रा के लिए किसी दूसरी व्यवस्था पर विचार कर रहे हैं। वहीं राहुल की इस यात्रा से पहले उनकी करीबी मानी जाने वाली मिनाक्षी नटराजन को पुलिस को हिरासत में ले लिया है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने इससे पहले बीजेपी सरकार पर देश के किसानों के साथ ‘युद्ध’ करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘यह सरकार हमारे देश के किसानों के साथ युद्ध कर रही है।’ अगले ट्वीट में राहुल ने सवाल पूछते हुए कहा, ‘बीजेपी के न्यू इंडिया में हक मांगने पर हमारे अन्नदाताओं को गोली मिलती है?’
This Govt is at war with the farmers of our country#Mandsaur #MadhyaPradesh https://t.co/HQsjluDUPg
— Office of RG (@OfficeOfRG) June 6, 2017
मंदसौर में गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह तोड़फोड़ की, वहीं 8-10 वाहिनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं बारखेड़ा इलाके में पुलिस पर पथराव की भी खबर है। इस बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात कर दिया गया। उज्जैन में भी पुलिस पर लोगों ने पथराव किया। 4 जिलों में इंटरनेट पर भी रोक लगा दिया गया है।