पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में टोल प्लाजा पर सेना की मौजूदगी को लेकर गंभीर आपत्ति व्यक्त करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने आज लोकसभा में इसे एक साजिश करार देने के साथ राज्य प्रशासन को विश्वास में नहीं लेने का आरोप लगाया था। इस पर बंगाल एरिया के जीओसी मेजर जनरल सुनील यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर टीएमसी के सभी आरोपों का खंडन किया।
मेजर जनरल सुनील यादव ने कहा, ‘यह एक रूटीन एक्सर्साइज है जो सेना के परिचालन संबंधी उद्देश्यों के लिए किया जाता है। सेना की ईस्टर्न कमांड स्थानीय स्तर पर वार्षिक डेटा इक्ट्ठा करने का रूटीन काम कर रही है।’ टोल प्लाजा पर सेना की तैनाती के जवाब में उन्होंने कहा, ‘विभिन्न राज्यों के सभी एंट्री पॉइंट्स पर सेना सिर्फ भारी वाहनों के डेटा इक्ट्ठा कर रही है। यह एक वार्षिक एक्सर्साइज है जो हर साल किया जाता है। और यह एक्सर्साइज सेना अकेले नहीं बल्कि स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर कर रही है।’
मेजर जनरल ने कहा, ‘पूरे क्षेत्र में इस तरह के 80 डेटा कलेक्शन पॉइंट हैं और हर पॉइंट पर सेना के 5 से 6 जवान तैनात हैं जिनके पास किसी तरह का कोई हथियार नहीं है। इसी तरह का एक्सर्साइज इससे पहले यूपी, बिहार और झारखंड में भी इसी साल 26 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच हो चुका है।’ उन्होंने कहा कि पहले यह एक्सर्साइज 28, 29, 30 नवंबर को होने वाली थी लेकिन भारत बंद की वजह से कोलकाता पुलिस ने इन तारीखों पर आपत्ति दर्ज करवायी थी जिसके बाद तारीख को बदलकर 1 और 2 दिसंबर कर दिया गया था और इस बारे में पुलिस को सूचना भी दी गई थी।