नई दिल्ली : एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन अपने चैरिटी संगठनों के मार्फत करोड़ों रुपये का चंदा जुटा कर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को धन मुहैया कराते हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के पुलिस अधीक्षक अतुल गोयल ने कहा कि आतंकी संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) द्वारा संचालित ‘फलह ए इंसानियत फाउंडेशन’ (एफआईएफ) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) द्वारा समर्थित अल रहमत ट्रस्ट (एआईटी) कश्मीर में आतंकवाद का समर्थन कर रहा है और कोष मुहैया कर रहा है।
गोयल ने कहा कि एनआईए जेयूडी, एलईटी और जेईएम की गतिविधियों तथा पड़ोसी देश में उससे संबद्ध ट्रस्टों के कामकाज पर भी गौर कर रहा है। उन्होंने कहा कि ये संगठन पाकिस्तान के लोगों से चंदा जुटाते हैं और फिर उसे अपने जमीनी कार्यकर्ताओं के मार्फत कश्मीर में आतंकवाद को धन मुहैया करते हैं। उन्होंने 19 वें एशियाई सुरक्षा सम्मेलन में यह कहा। सत्र की अध्यक्षता पूर्व गृह सचिव जीके पिल्लई ने की।
अधिकारी ने बताया कि अल रहमत ट्रस्ट ईद के दौरान पशुओं की कुर्बानी देने के लिए कोष जुटाने को लेकर पर्चे बांटता है और धन जुटाने के बाद वे लोग आतंकवाद को पोषित करते हैं। गोयल ने कहा कि पाकिस्तान में तेजी से बढ़ते एनजीओ एफआईएफ भी लोगों से धन जुटाता है और उसका इस्तेमाल आतंकवादियों को मुहैया करने में करता है। उन्होंने कहा, ‘जेयूडी प्रमुख हाफिज सईद ने एफआईएफ के स्वयंसेवियों को संबोधित किया। उनके पास लोगों का एक पूरा नेटवर्क है जो कश्मीर में आतंकवाद के लिए अपने अजेंडे पर काम करते हैं।’
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