गोयल ने कहा कि ये संगठन मस्जिदों के बाहर धन एकत्र करने में शामिल हैं। अधिकारी ने दावा किया कि प्राधिकारों के पास एक विडियो है जिसमें दो लोगों को कराची में एक मस्जिद के बाहर पाकिस्तान रेंजर्स की मौजूदगी में लोगों से धन एकत्र करते देखा जा सकता है। ये संगठन प्राकृतिक आपदाओं और त्योहारों के दौरान विशेष अभियान चलाते हैं और धन एकत्र करते हैं। गोयल ने बताया कि जेयूडी ईद के दौरान स्वैच्छिक दान मांगता है।
तहरीक-ए-आजादी जम्मू कश्मीर के नाम से एफआईएफ अभियान चलाता है और अवैध रूप से चंदा मांगता है। ऐसी घटनाएं अक्सर ही वहां स्थानीय मीडिया में प्रकाशित या प्रसारित होती हैं। एफआईएफ ऑनलाइन कोष भी मांगता है। अधिकारी ने बताया कि संभवत: वे लोग समाज सेवा के नाम पर लोगों से करोड़ों डॉलर चंदा पाते हैं। साल 2012 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कश्मीर में आतंकवाद को कोष मुहैया करने के लिए 78 करोड़ पाकिस्तानी रुपये जमा किए गए थे। उन्होंने बताया कि ये संगठन स्कूल जैसे लाभ कमाने वाले व्यवसाय भी चलाते हैं जहां दक्षिण एशिया की तुलना में फीस बहुत ज्यादा है। उनका लक्षित वर्ग उच्च मध्य वर्ग है।