तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता के साथ अच्छे व्यक्तिगत संबंध रखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया। वे अंतिम दर्शन के लिए चेन्नई रवाना हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि इससे भारतीय राजनीति में बड़ा शून्य पैदा हो गया है। चेन्नई के एक निजी अस्पताल में 5 दिसंबर रात को अंतिम सांस लेने वाली अन्नाद्रमुक प्रमुख की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि लोगों से उनका जुड़ाव, गरीबों, महिलाओं तथा वंचितों के कल्याण के लिए उनकी चिंता को हमेशा प्रेरणा स्रोत के रूप में याद किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वह उन असंख्य मौकों को हमेशा संजोकर रखेंगे जब मुझे जयललिता जी के साथ बातचीत का अवसर मिला। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।
कई ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा, सेल्वी जयललिता के निधन पर बहुत दुखी हूं। उनके निधन ने भारतीय राजनीति में बड़ा शून्य पैदा किया है। इस दुख की घड़ी में मेरी प्रार्थनाएं और भावनाएं तमिलनाडु की जनता के साथ हैं।
भाषा की खबर के अनुसार, जयललिता का 75 दिन तक मौत से लड़ने के बाद चेन्नई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके देहांत की खबर से पूरे राज्य में शोक की खबर फैल गई। तीन दिन के लिए राज्य के सारे स्कूलों को बंद रखा गया है।
लोगों के दुख और गुस्से को देखते हुए पुलिस अलर्ट पर है। इससे पहले बुखार एवं निर्जलीकरण की शिकायत के चलते जयललिता को 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं देर रात पार्टी मीटिंग में पन्नीरसेल्वम को विधयाक दल का नेता चुन लिया गया। बाद में पन्नीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ली।