शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 51 दिनों में दूसरी बार राष्ट्र को संबोधित किया। हालांकि बड़ी अटकलों के विपरीत, अपने भाषण में पीएम ने नोटबंदी के विषय को छुआ तक नहीं।
उन्होंने गर्भावस्था के समय के दौरान महिलाओं को 6,000 रुपये भत्ते की पेशकश की बात काही साथ ही उन्होंने अपने भाषण में ब्याज दर छूट की भी घोषणा की।
हालांकि, ट्विटर यूर्जस ने जल्द ही ये पता लगा लिया कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार भी ‘मित्रो’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था। राष्ट्र को अपने संबोधन के दौरान उन्होंने दर्शकों को संबोधित करने के लिए ‘देशवासियों’ शब्द का इस्तेमाल किया।
8 नवंबर को राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन के दौरान ‘मित्रो’ शब्द का उपयोग करके डिक्शनरी की वेबसाइट पर बड़े पैमाने पर मजाक का कारण बना था।
आरून पेखम की शहरी शब्दकोश[डिक्शनरी] है, जो आपके चारों ओर बोली जाने वाली भाषा को समझने में मदद करती है। उस डिक्शनरी में मित्रों शब्द को वर्णित किया गया है।
1.लोगों का एक ऐसा समूह जिसके बारे में अनजान हो। एक ऐसी चीज़ की मार पड़ना जिसके असर से निकलने में काफी वक्त लगेगा।
2.बड़े समूहों के लिए बुरी खबर के लिए एक अग्रदूत।
अगली स्लाइड में पढि़ए कुछ ट्विटर रिएक्शन-