नोटबंदी को आज एक महीना पूरा हो चुका है। हकीकत यही है कि 30 दिन बाद आज भी लोग कैश के लिए ठोकरें खाने को मजबूर हैं। आज भी बैंकों के आगे लाइनें खत्म नहीं हुई हैं। इस मु्द्दे पर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथ लिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी के फैसले को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मोदी सरकार ने कड़ा नहीं बल्कि मूर्खता से भरा और बेकार फैसला किया है।
संसद भवन परिसर में विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर संसद में चर्चा से भागने का आरोप लगाया और जोर देते हुए कहा कि विपक्षी दल उन्हें दोनों सदनोंं से भागने नहींं देंगे, जहां चर्चा में प्रधानमंत्री के हिस्सा लेने पर सभी चीजें स्पष्ट हो जायेंगी।
राहुल गांधी ने कहा, “लोकसभा में अगर मुझे बोलने दिया जाए तो मैं सब बता दूंगा कि पेटीएम कैसे “पे टू मोदी” होता है।”
नोटबंदी के फैसले के गुप्त रखने जाने के मोदी सरकार के दावे पर चोट करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “लोग कह रहे हैं कि किसी को इस फैसले के बारे में पता नहीं, लेकिन उन्होंने सबको बता दिया था। अपनी पार्टी को और अपने उद्योगपति दोस्तों को।”
नोटबंदी पर सदन में जारी गतिरोध के बारे में अपनी बात रखते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वो वोटिंग के प्रावधान वाले नियम के तहत ही बहस चाहते हैं। अपनी इस मांग को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा, “ऐसी मांग इसलिए हैं, क्योंकि हमें मालूम है कि अगर वोटिंग हुई तो बीजेपी के लोग भी हमारे पक्ष में वोट करेंगे।”
आपको बता दें कि नोटबंदी के बीच 16 दिसंबर को शुरू शीतकालीन सत्र में कामकाज़ बाधित है। विपक्ष वोटिंग वाले नियम के तहत बहस की मांग कर रहा है, जबकि सरकार इसके लिए तैयार नहीं है।