गंगा को स्वच्छ करने में फेल हो गई बड़ी-बड़ी सरकारें ! बह गए करोड़ों रूपये लेकिन नतीजा शून्य, देखिए पूरी तहकीकात

0
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

गंगा जिसे हमारे देश में मां का दर्जा दिया गया है। यह सिर्फ नदी ही नहीं है बल्कि हिंदू र्धम में आस्था का प्रतीक है। पूजा में, मृत्यृ के अंतिम समय में हर चीज में गंगा जल का इस्तेमाल होता है। इतना ही नहीं मरने के बाद अस्थियो का विर्सजन भी गंगा में ही किया जाता है। लेकिन अभी भी एक सवाल जरूर उठता है की इतनी सारी योजनाओं के बाद भी गंगा मैली क्यों हैं ?

इसे भी पढ़िए :  मुलायम का पीएम पर जुबानी हमला, कहा- घमंड में चूर हो, लेकिन टिक नहीं पाएगी ये तानाशाही

हर बार एक नई सरकार आती है कई सारे वादे करती हैं लेकिन उन वादो को पूरा कभी भी पूर्ण तरीके से नहीं किया जाता। हर कोई अपनी एक अलग योजनाएं तैयार करता हैं। सत्ता में आते ही बीजेपी सरकार ने ‘नमामि गंगे’ जैसी योजना तैयार की अलग से मंत्रालय का निर्माण किया। यही नहीं गंगा पर बने मंत्रालय के लिए सरकार ने भारी-भरकम बजट भी रखा है। और कई नई योजनाओं की शुरूआत की। इन योजनाओं के तहत गंगा को फिर से निर्मल और अविरल किया जाएगा। लेकिन जैसा की हर सरकारी योजना में होता है यहां भी गंगा को स्वच्छ करने का काम रेंग ही रहा है।

इसे भी पढ़िए :  प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने नहीं ली है एक भी छुट्टी

बाकी की खबर पढ़ने के लिए अगली स्लाइड पर क्लिक करें 

Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse