गंगा की धारा जिन पांच राज्यों से होकर गुजरती है उनमें से चार राज्यों ने इस मद में आवंटित बजट राशि का पूरा हिस्सा भी नहीं लिया है। इन राज्यों में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। इनके अलावा गंगा नदी झारखंड से भी होकर गंगा निकलती है लेकिन इस राज्य में गंगा जिस इलाके में बहती है उसकी लंबाई सिर्फ 70 किलोमीटर ही है।
बीस हजार करोड़ के बजट आवंटन से शुरू हुई नमामि गंगे परियोजना फिलहाल चल तो रही है लेकिन इसकी रफ्तार काफी धीमी है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट की शुरुआत से ही इसके बजट और खर्च की राशि में काफी अंतर रहा है। 2014-15 में 2,137 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया और राशि आवंटित की गई 2,053 करोड़ रुपये लेकिन खर्च सिर्फ 326 करोड़ रुपये ही हुए। 2015-16 में 1,650 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई और खर्च होने से 18 करोड़ रुपये बच गए। 2016-17 में 1,675 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई जिसमें से अभी तक कुछ भी खर्च नहीं किया गया। इससे साफ दिखाई देता है कि योजना कितनी धीमी पड़ती जा रही है।