कानपुर ट्रेन हादसे की जांच कर रही बिहार पुलिस के हाथ कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होने अपने बयान में बताया कि रेल हादसे भारत की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक का बदला लेने के लिए किए गए थे। जिन रेल हादसों में ये खुलासे किए गए हैं उनमें इंदौर-पटना एक्सप्रेस और सयालदेह-अजमेर एक्सप्रेस वाले हादसे शामिल हैं। जिनमें डेढ़ सौ लोगों की जान चली गयी थी।
पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों में उमाशंकर पटेल, मोतीलाल पासवान और मुकेश यादव शामिल हैं। तीनों को मंगलवार (17 जनवरी) को मोतिहारी से पकड़ा गया। तीनों पर आरोप था कि उन्होंने एक अक्टूबर को बिहार के घोराशन स्टेशन पर कूकर बम लगाया था। पकड़े जाने पर जब पूछताछ हुई तो उन्होंने यह भी कबूला कि उन्होंने कानपुर में दो और रेलों को पटरी से उतारने का काम किया था।
नेपाल पुलिस के हाथ ISI का हैंडलर ब्रिजकिशोर लगा था जिसके साथ और लोग भी शामिल थे। जिनके नाम शंभु गिरी और मुजाहिर अंसारी थे। इन तीनों को ही नेपाल से पकड़ा गया था। गिरी को ISI के समशूल हुदा से पैसे मिलते थे। वैसे तो हुदा नेपाल का है लेकिन दो साल पहले वो दुबई चला गया था।
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