एसबीआई के 63 डिफाल्टरों का पूरा कर्ज छोड़ दिया है। वहीं 31 कर्जदारों का लोन आंशिक तौर पर छोड़ा गया है। 30 जून 2016 तक एसबीआई 48 हजार करोड़ रुपये का बैड लोन माफ कर चुका है।
इस बीच, राज्यसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने महत्वपूर्ण बयान दिया है। जेटली ने कहा कि write off का मतलब ये नहीं हुआ कि हमने क़र्ज़ माफ़ कर दिया। लोन अभी भी सभी लोगों को देना होगा।
विरोधी लगातार मोदी सरकार पर बड़े-बड़े उद्योगपतियों के हित में काम करने का आरोप लगाते हैं। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का सरकार पर आरोप है कि वो आम आदमी को लाइन में खड़ा कर उद्योगपतियों के कर्ज माफ कर रहे हैं। सरकार की घेराबंदी करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले से एक तरफ तो लोग लाइनों में लगे हैं, वहीं शराब कारोबारी विजय माल्या और ललित मोदी जैसे लोगों को आजाद छोड़ रखा है।
हाल ही में मुंबई की एक स्पेशल पीएमएलए कोर्ट ने शराब कारोबारी विजय माल्या को ‘भगोड़ा’ घोषित किया है। इसके साथ ही कोर्ट ने माल्या की सभी घरेलू संपत्ति, शेयर और डिबेंचर को जब्त करने का आदेश दिया है। इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट माल्या को भगोड़ा घोषित कर चुका है, तो सुप्रीम कोर्ट ने उनको हलफनामा दायर कर देश-विदेश में जमा की गई सारी संपत्ति की जानकारी देने को कहा था।































































