शायरा बानो ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करा रखा है केस
गौरतलब है तीन तलाक के खिलाफ शायरा बानो ने सुप्रीम कोर्ट में केस दाखिल कर रखा है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड इसके विरोध में है। उसका कहना है कि तीन तलाक पर सरकार या कोर्ट का दखल देना सही नहीं है। गौरतलब है कि 1829 में अंग्रेजों ने सती प्रथा पर प्रतिबंध लगाया था।
उन्होंने कहा कि सरकार भी अगर किसी चपरासी को हटाती है तो उससे सफाई मांगी जाती है। लेकिन तीन तलाक में ऐसा नहीं होता। शिया मौलवी कल्बे सादिक ने भी इसका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए तीन तलाक तर्क और न्याय दोनों के खिलाफ है। सुन्नी भाइयों से विनती करेंगे कि वे इस पर पुनर्विचार करें।
मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि तीन तलाक पूरी तरह से गलत है। यह महिलाओं के खिलाफ बड़ा अन्याय है। तीन तलाक के खिलाफ भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन, बेबाक कलेक्टिव, ऑल इंडिया वीमन्स पर्सनल लॉ बोर्ड भी कोर्ट में हैं। ये संगठन शायरा बानो के साथ हैं। वहीं मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इसका विरोध कर रहा है। उसकी ओर से दिए गए एफिडेविट में कहा गया कि कोर्ट को मुस्लिम पर्सनल लॉ के मामलों में दखल देने का अधिकार नहीं है।