पीएम नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार को वियतनाम दौरे पर रवाना होंगे। 15 साल बाद ऐसा हो रहा है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री वियतनाम के दौरे पर जा रहा है। आपको बता दें कि इससे पहले साल 2001 में तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने वियतनाम की यात्रा की थी। और अब शनिवार को पीएम मोदी वियतनाम के नेताओं से मुलाकात करेंगे।
My Vietnam visit starting today will further cement the close bond between India & Vietnam. https://t.co/7ifSW5PUS5
— Narendra Modi (@narendramodi) September 2, 2016
वियतनाम रवानगी से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आज से मेरा वियतनाम दौरा शुरू हो रहा है। इस दौरे से दोनों देशों के बीच के रिश्ते मजबूत होंगे। उन्होंने वियतनाम के लोगों को उनके राष्ट्रीय दिवस के मौके पर बधाई भी दी।
Will be in Hangzhou, China for G20 Summit, where I will interact with world leaders on key global issues. https://t.co/QrhwmYwTRw
— Narendra Modi (@narendramodi) September 2, 2016
कितना खास होगा वियतनाम दौरा ?
1 – मोदी की ड्रैगन को ललकार
वियतनाम दौरे के जरिए पीएम मोदी चीन को कड़ा संदेश देंगे। क्योंकि दक्षिण चीन सागर पर अधिकार को लेकर वियतनाम और चीन के बीच तनाव की स्थिति है। ऐसे में पीएम मोदी का यह दौरा अहम माना जा रहा है।
2 – वियतनाम के बाद चीन का दौरा
वियतनाम के बाद पीएम मोदी चीन के हांग्जो के लिए रवाना होंगे। जहां उन्हें जी20 सम्मेलन में हिस्सा लेना है। चीन में 4-5 सितंबर को जी20 सम्मेलन होना है। तय कार्यक्रम के मुताबिक 5 सितंबर को मोदी वापस देश लौटेंगे।
3 – चीन में उठाएंगे CPEC का मुद्दा
कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम मोदी जी20 सम्मेलन से अलग चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर सकते हैं। खबरों के मुताबिक इस दौरान मोदी जिनपिंग के सामने चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर को लेकर भारत की चिंताओं के बारे में बात कर सकते हैं। CPEC पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के रास्ते बलूचिस्तान के ग्वादर पोर्ट तक बनेगा। हालांकि भारत इसका हमेशा से विरोध करता रहा है क्योंकि यह विवादित क्षेत्र है।
4 – NSG पर भी हो सकती है चर्चा
ये भी माना जा रहा है कि मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सामने न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप में भारत की सदस्यता का मामला भी उठा सकते हैं। इस साल जून में चीन ने भारत की NSG सदस्यता पर रोक लगा दी थी।