पुराने नोटों को नष्ट करना RBI के लिए चुनौती, लगेगा 12 महीने से ज्यादा का वक्त

0
नोट
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

नोटबंदी के बाद से बाजार कैश की भारी किल्लत से जूझ रहा है। आरबीआई ज्यादा से ज्यादा कैश की छपाई में लगा है। आरबीआई के सामने नए नोटों की प्रिंटिंग और सप्लाइ की ही चुनौती नहीं है, अमान्य करार दिए गए नोटों को नष्ट करना भी चुनौती है। 500 और 1,000 रुपये के अमान्य हो चुके नोटों को नष्ट करने में आरबीआई को एक साल से ज्यादा का वक्त लगेगा। एक अनुमान के मुताबिक आरबीआई को 1,500 करोड़ से ज्यादा नोटों को नष्ट करना होगा।

इसे भी पढ़िए :  नोटबंदी के बाद अब एटीएम और डेबिट कार्ड बढ़ाएंगे लोगों की दिक्कत

आरबीआई के श्रेडिंग सेंटरों (जहां चलन से बाहर हो चुके नोटों के कतरन किए जाते हैं) तक पुराने नोटों को पहुंचाया जा रहा है। महाराष्ट्र में मुंबई, बेलापुर और नागपुर के आरबीआई के केंद्रों में पुराने नोटों को कतरने का काम जारी है। आरबीआई के करंसी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के एक अफसर ने पहचान गुप्त रखे जाने के शर्त पर बताया कि अकेले मुंबई से ही श्रेडिंग सेंटर्स पर पुराने नोटों से भरे 70 हजार से 80 हजार बोरे भेजे जाने की संभावना है।

इसे भी पढ़िए :  मद्रास HC ने नोटबंदी को ठहराया सही, कहा- 'देशहित में है करंसी बैन'
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse