नई दिल्ली – देश और दुनिया को दहला देने वाले उरी हमलों की जांच कर रही NIA ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन हमलों में कोई घर का भेदी तो शामिल नहीं था। NIA को शक है कि बिना लोकल सपोर्ट के आतंकी आर्मी हेडक्वार्टर तक कैसे पहुंच गए। उन्हे रास्तों और गेट की सही सही जानकारी कैसे मिल पाई। इसके अलावा नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) जैश-ए-मुहम्मद के उन चार आतंकवादियों के सैंपल्स और उनसे मिली चीजों पर डीएनए टेस्ट करने की योजना बना रही है, जिन्हें हमले वाली जगह के पास सोमवार को दफनाया गया था। एनआईए ने सोमवार को हमले के मामले में एफआईआर दर्ज की थी। एनआईए ने कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान में डीएनए सैंपल्स अहम साबित होंगे और पठानकोट में एयरबेस पर आतंकवादी हमले के मामले की तरह जांच रिपोर्ट से पाकिस्तान पर दबाव डाला जा सकेगा।
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