दिल्ली
गुजरात उच्च न्यायालय में आज एक जनहित याचिका दायर हुई जिसमें पिछले महीने गिर सोमनाथ जिले के उना में दलित युवकों की पिटाई के मामले की सीबीआई जांच की मांग की गई।
एनजीओ अंबेडकर कारवां से जुड़े एक वकील रत्न वोरा द्वारा दायर जनहित याचिका बुधवार को सुनवाई के लिए रखे जाने की संभावना है।
केन्द्रीय जांच एजेंसी द्वारा जांच की मांग करते हुए याचिकाकर्ता ने कहा कि सीआईडी द्वारा घटना की वर्तमान जांच ठानगढ़ मामले की तरह ‘‘अधूरी’’ रह सकती है जहां सुरेंद्रनगर जिले में 2012 में पुलिस द्वारा गोलीबारी में तीन दलित युवकों की कथित रूप से मौत हो गई थी।
याचिका में कहा गया कि सीआईडी ने ठानगढ़ मामले में मामला बंद करने की रिपोर्ट सौंपकर कहा था कि किसी के खिलाफ कोई अपराध नहीं हुआ। पुलिस ने इस मामले में अब तक कोई आरोपपत्र दायर नहीं किया है।
उना प्रकरण में कथित गौरक्षकों ने 11 जुलाई को मृत गायों की खाल उतारने के लिए कुछ दलित युवकों की पिटाई की थी।