धुरपल्ली गांव में रहने वाली कलावती ने बताया कि सांसद के साथ आए लोग गांव के नहीं थे। उरी हमले के बाद से ही शहीद के घर पर आने जाने वालों का तांता लगा हुआ है। कलावती ने कहा कि पूरा गांव सांसद से नाराज है। शहीद गणेश शंकर की पत्नी गुड़िया यादव ने कहा, “हमने पैसे नहीं मांगे थे। हमें केवल उचित सम्मान चाहिए। लेकिन उन्होंने (सासंद) उस शहीद का अपमान किया जिसने देश के लिए अपनी जान दे दी।” इससे पहले कलावती ने मीडिया से कहा था कि उनके बेटे की जान “देश की राजनीति के कारण गई है।” कलावती ने कहा था कि राजनीतिक दल चुनाव से पहले आते हैं कहते हैं कि पाकिस्तान को सबक सिखाया जाएगा लेकिन जब वो सत्ता में आ जाते हैं तो कूटनीतिक चाल खेलने लगते हैं।
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गणेश के रिश्तेदार अर्जुन यादव कहते ने मीडिया से कहा, “हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि हमारे नेता कभी जनता का सम्मान नहीं कर सकते। ये हमारे जीवन का सबसे अपमानजनक अनुभव था।”
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