सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में एक नया मोड़ आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को नोटिस जारी किया है। इन दोनों पर पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या करने वाले आरोपियों को पनाह देने का आरोप है। साथ ही कोर्ट ने बिहार सरकार और सीबीआई को भी नोटिस जारी किया है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में 2 सप्ताह के अंदर जवाब देने को कहा है। साथ ही कोर्ट ने पत्रकार के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की भी बात कही। इस पूरे मामले की अगली सुनवाई 17 अक्टूबर को होगी।
दरअसल, 42 साल के पत्रकार राजदेव रंजन की 13 मई को सीवान रेलवे स्टेशन के पास कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। फिलहाल सीबीआई मामले की जांच कर रही है। इसी मामले में सीबीआई ने पत्रकार की पत्नी आशा रंजन से भी पूछताछ की जिन्होंने सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन पर शक जताया था।
2 दिन पहले ही 21 सितंबर को पत्रकार की हत्या के आरोपी शूटर मोहम्मद कैफ ने सीवान कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। जहां से कोर्ट ने कैफ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।