भारत की महान हॉकी खिलाड़ी और पूर्व कप्तान रितु रानी ने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से सन्यास ले लिया है। हालांकि रितु के लिए ये फैसला बेहद मुश्किलभरा है क्योंकि रितु के लिए हॉकी खेल नहीं बल्कि पैशन बन चुकी थी। ये उनका जुनून ही था का उन्हें हॉकी की महिला टीम की कप्तानी का सौभाग्य भी हासिल हुआ। बताया जा रहा है कि रितु की अपने कोच और हॉकी एसोसिएशन के अधिकारियों से अनबन चल रही थी। जिसके चलते उन्होंने हॉकी छोड़ने का फैसला लिया।
रितु को रियो ओलंपिक जाने वाली भारतीय टीम में भी शामिल नहीं किया गया था। रितु को रियो ओलंपिक की टीम से उनके व्यवहार और हॉकी इंडिया से उनके संबंधों का हवाला देते हुए टीम से बाहर कर दिया गया था। इसलिए उन्होंने अपना अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म करने का फैसला किया। हालांकि उन्हें रविवार से भोपाल में शुरू हुए राष्ट्रीय शिविर के लिए 29 संभावितों में शामिल किया गया था।
रितु की अगुवाई में भारतीय हॉकी टीम ने जीते थे कई बड़े खिलाब, खेल के मैदान में जीत का परचम लहराने वाली रितु की बड़ी उपल्बियों पर एक नज़र डालने के लिए, अगली स्लाइड में जाएं, NEXT बटन पर क्लिक करें –