नोटबंदी के मामले पर बुधवार को आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल सहित वित्त मंत्रालय के अधिकारी वित्तीय मामलों की स्थाई संसदीय कमेटी के सामने पेश हुए। टीएमसी सांसद और स्थाई संसदीय कमेटी के सदस्य सौगत रॉय ने मीडिया से कहा कि हमें भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों में से किसी ने नहीं बताया कि सिस्टम कब तक सामान्य होगा। सभी अधिकारी अपने बचाव में लगे हुए थे। साथ ही रॉय ने बताया कि आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल हमें यह भी नहीं बता पाए कि नोटबंदी के बाद से कितने पुराने नोट बैंकों में जमा हुए हैं।
सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने लिखा है, ‘आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने स्थाई संसदीय कमेटी के सदस्यों को बताया कि 9.2 लाख करोड़ रुपए की नई करेंसी बाजार में उतारी गई हैं।’ वहीं एएनआई ने इससे पहले सूत्रों के हवाले से लिखा था कि वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के पास इस सवाल का जवाब नहीं था कि बैंकों में कितने पुराने नोट पहुंचे हैं और कितने नए नोट छापे गए हैं।