कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के करीबी लोगों की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं। बीकानेर जमीन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कड़ा रुख अपनाते हुए छापेमारी शुरू कर दी है। ED ने फरीदाबाद में तीन जगहों पर छापेमारी की है, जिन लोगों पर छापेमारी हुई है उनमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के करीबी भी शामिल हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने महेश नागर और अशोक कुमार के यहां छापेमारी की है। महेश नागर को वाड्रा की कंपनी ने जमीन खरीदने-बेचने की पावर ऑफ अटार्नी दी थी। तो वहीं अशोक कुमार को जिस पार्टी ने जमीन वाड्रा ने बेची थी उन्हें खरीदने और बेचने की अटॉर्नी दी थी।
ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि अशोक कुमार महेश नागर का ड्राइवर रह चुका है, दोनों के एक ही गांव के रहने वाले हैं, महेश नागर का भाई कांग्रेस से विधायक है। यह मामला बीकानेर में स्काईलाइट कंपनी के माध्यम से जमीन-खरीद फरोख्त का है। इस कंपनी में राबर्ट वाड्रा और उनकी मां मोरीन वाड्रा निदेशक हैं, बाद में वाड्रा की कंपनी से एलीजिनी फिनलेज नाम की कंपनी ने वाड्रा से करोड़ों रुपये में जमीन खरीदी थी जबकि वाड्रा ने मात्र 79 लाख में जमीन खरीदी थी।धोखाधड़ी में साथ देने वाले सरकारी कर्मचारियों की प्रापर्टी ईडी अटैच कर चुका है।