उस समय यह फैसला किया गया था कि डिफेंस मिनिस्ट्री दोनों TFC पर कंटेनर स्कैनर उपलब्ध कराएगी। हालांकि, अभी तक ये स्कैनर खरीदे नहीं गए हैं। इससे इन TFC से गुजरने वाले वाहनों की जांच करना मुश्किल हो गया है। हाल के एक मामले में मर्चेंडाइज ले जाने की जानकारी वाले एक ट्रक की सुरक्षा बलों की ओर से की गई जांच में हथियार पकड़े गए थे।
एक सूत्र ने बताया कि वजन का माप करने वाले सिस्टम में भी खामियां हैं। इससे वस्तुओं के भार में गड़बड़ी करने की आशंका रहती है। बार्टर सिस्टम का भी गलत इस्तेमाल हो सकता है। उदाहरण के लिए, बादाम से भरे एक ट्रक को जीरे, संतरे या केले से भरे एक ट्रक के बराबर माना जा सकता है, जबकि बादाम की कीमत अधिक होती है। ऐसा शक है कि कीमत में अंतर का इस्तेमाल आतंकवादी या अन्य अवैध गतिविधियों की फंडिंग के लिए किया जा रहा है।
यह पूरा व्यापार लगभग 600 फर्मों के जरिए होता है। सूत्रों ने बताया कि इनमें से अधिकतर फर्में केवल नाम के लिए हैं। वास्तव में व्यापार पर कुछ फर्मों का दबदबा है। अब इन पर NIA की नजर है।