जॉनसन कहती हैं कि नमक पर कटौती करने से भारतीयों को फायदा होगा- “अपने नमक की खपत को 1 ग्राम तक कम करके, आप अपने दिल का दौरा और स्ट्रोक जोखिम को 4.8 फीसदी कम कर सकते हैं। और जितना अधिक आप कटौती करते हैं, उतना ही आपको फायदा होता है।”
गांवों में रहने वाले चार भारतीयों में से एक और शहर में रहने वाले तीन में से एक उच्च रक्तचाप से ग्रसित हैं। उच्च रक्तचाप पर नियंत्रण के लिए नमक सेवन में कमी की आवश्यकता होती है। क्योंकि अधिक सोडियम के सेवन से धमनियां संकुचित होती हैं। जिस वजह से रक्तचाप बढ़ता है और गुर्दे की कार्यप्रणाली खराब होती है।
उच्च रक्तचाप हृदय रोग का एक प्रमुख कारण है। औसत भारतीय के स्वास्थ्य पर अत्यधिक नमक का सेवन का प्रभाव स्पष्ट है। वर्ष 2012 में चार में से एक भारतीय की मौत हृदय रोग की बीमारी से हुई है।
यह चार प्रमुख गैर-संचारी रोगों के कारण होने वाली मौतों में कटौती करने के लिए डब्लूएचओ के नौ लक्ष्यों में से एक को पूरा करेगा। इससे दिल के दौरे या स्ट्रोक से होने वाली भारतीय मौतों में 15 फीसदी कमी आएगी।