रियो ओलंपिक के शुरू होने से पहले भारत को लगातार झटके लग रहे हैं। एक के बाद एक भारतीय एथलीट डोपिंग के डंक का शिकार हो रहे हैं। 200 मीटर दौड़ के धावक धर्मबीर सिंह नाडा द्वारा लिए गए डोप टेस्ट में फेल हो गए हैं।
डोप टेस्ट में फेल होने के कारण धर्मबीर सिंह रियो के लिए उड़ान नहीं भर सके। हालांकि नाडा ने अभी तक आधिकारिक तौर पर एथलेटिक्स फेडरेशन को इस बारे में सूचित नहीं किया है, लेकिन वे मान रहे हैं कि ये डोपिंग है।
मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड तोड़ा था
इस साल जुलाई में बंगलुरु में हुए इंडियन ग्रां प्री एथलेटिक्स इवेंट में धर्मबीर ने 20.50 सेकंड के ओलंपिक मार्क को 20.45 सेकंड में पूरा कर लिया था। 2015 में 21वें एशियन चैंपियनशिप के दौरान धर्मबीर ने 22.66 सेकंड की टाइमिंग के साथ मशहूर धावक मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड तोड़ा था।
नरसिंह और इंद्रजीत भीं फंसे
इससे पहले रेसलर नरसिंह यादव पर डोपिंग की तलवार लटकी। हालाकं बाद में राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने नरसिंह यादव को डोपिंग आरोपों से बरी कर दिया। इससे उनका रियो ओलंपिक जाने का रास्ता साफ हो गया। नाडा ने कहा कि यह पहलवान साजिश का शिकार हुआ। इसके बाद गोला फेंक (शॉट पुट) खिलाड़ी इंद्रजीत सिंह को भी डोप टेस्ट में फेल हो गए। उनके रियो जाने पर अभी भी खतरा मंडरा रहा हैं, क्योंकि इंद्रजीत दूसरे टेस्ट में भी फेल हो गए।