नई दिल्ली। रियो ओलंपिक में लिएंडर पेस से भारत को पदक की पक्की उम्मीद है। पेस ने भी रियो पहुंचने के बाद अटलांटा ओलिंपिक, 1996 में पदक जीतने की पुरानी यादें ताजा करते हुए एक बार फिर देश के लिए कुछ कर दिखाने का इरादा जाहिर कर दिया है। अपनी उम्र को मात देते लिएंडर रियो में रोहन बोपन्ना के साथ डबल्स में उतरेंगे। इसके साथ ही वह एक नया रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लेंगे। इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें रियो पहुंचने पर अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि उन्हें कमरा तक नहीं मिला है। ऐसे में उनकी तैयारियों को झटका लग सकता है। हालांकि खुद लिएंडर ने सोशल मीडिया पर ऐसा कुछ भी नहीं बताया है।
लिएंडर ने 3 अगस्त को अटलांटा ओलिंपिक की यादें ताजा करते हुए ट्वीट किया था। वास्तव में 3 अगस्त, 1996 को ही उन्होंने टेनिस सिंग्ल्स में कांस्य पदक जीता था। लिएंडर ने इस ऐतिहासिक अवसर पर लिखा, ‘ऐसे में जबकि मैं रियो के लिए तैयार हूं, मुझे आज 20 साल पहले का अपने करियर का सबसे स्वर्णिम पल याद आ रहा है…’
ऐसे जीता था अटलांटा में मेडल
गौरतलब है कि पेस को अटलांटा ओलंपिक, 1996 में वाइल्ड कार्ड से प्रवेश मिला था। हालांकि सेमीफाइनल में वह अमेरिका के महान टेनिस खिलाड़ी आंद्रे अगासी से 7-6, 6-3 से हार गए थे, लेकिन अपने खेल से खासा प्रभावित किया था और ब्राज़ील के मेलीजेनी को हराकर कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया था।
लिएंडर पेस ने रियो पहुंचने के बाद एक तस्वीर ट्वीट की, जिसमें वह मार्टिना हिंगिस के साथ नजर आ रहे हैं। उन्होंने लिखा, ‘अपने चैंपियन के साथ रियो पहुंच गया हूं. ‘ओलिंपिक’ अब हम आ गए हैं…’
लिएंडर बनाएंगे यह रिकॉर्ड
विश्व में 55वें नंबर के लिएंडर पेस जब बोपन्ना के साथ पहले दौर के मैच के लिए रियो ओलिंपिक कोर्ट पर उतरेंगे, तो वह सात ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले दुनिया के पहले टेनिस खिलाड़ी बन जाएंगे। रोहन बोपन्ना के साथ पेस रियो ओलंपिक में डबल्स में भाग लेंगे। उनका पहला मुकाबला पोलैंड के मार्सिन माटकोवस्की और लुकास कुबोट की जोड़ी से होगा।
पेस ने हाल ही में बोपन्ना के साथ डबल्स में दक्षिण कोरिया के खिलाफ खिताब जीता था, जिससे दोनों की जोड़ी फॉर्म में दिख रही है। पेस ने कुछ दिनों पहले ही फ्रेंच ओपन का खिताब जीता था, जो उनके करियर का 18वां ग्रैंडस्लैम था।
मिल चुका है खेलरत्न
देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित और ओलिंपिक में टेनिस में भारत को पदक दिलाने वाले इकलौते खिलाड़ी लिएंडर पेस उम्र को मात देते हुए नजर आ रहे हैं। 43 साल से अधिक के हो चुके पेस का टेनिस के प्रति जज्बा देखने लायक है। डबल्स टेनिस में पेस का रिकॉर्ड बहुत शानदार है। उन्होंने पुरुष डबल्स में 8 खिताब अपने नाम किए हैं, जबकि मिक्स्ड डबल्स में उनके नाम 10 खिताब हैं। इनमें एक करियर ग्रैंडस्लैम भी शामिल है। पेस ने 55 करियर एटीपी खिताब भी जीते हैं।