कुछ इस तरह रही भारत की बल्लेबाजी
अश्विन ने ठोस बल्लेबाजी की। उन्होंने अंसारी पर स्क्वॉयर कट से चौका भी जड़ा। साहा को शुरुआत में परेशानी हुई। बेन स्टोक्स की गेंद ने उनके बल्ले का किनारा लिया लेकिन विकेटकीपर जानी बेयरस्टा के दस्तानों तक नहीं पहुंची। स्पिनरों के खिलाफ हालांकि उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई और उन्होंने राशिद पर सीधा छक्का भी जड़ा। दोनों ने लंच तक टीम का स्कोर छह विकेट पर 411 रन तक पहुंचाया। दूसरे सत्र में साहा हालांकि मोईन की गेंद को कट करने की कोशिश में विकेटकीपर को कैच दे बैठे जिससे अश्विन के साथ उनकी 64 रन की साझेदारी का अंत हुआ। जडेजा ने मोईन पर छक्का जड़ा लेकिन राशिद की गेंद पर हसीब हमीद को कैच दे बैठे। उमेश यादव ने राशिद की गेंद पर स्टोक्स को कैच थमाया। अश्विन ने एक रन के साथ भारतीय सरजमीं पर अपना चौथा अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने शमी के साथ मिलकर इंग्लैंड की बढ़त को 50 रन से कम किया। दूसरी पारी में कुक और हमीद को भारत के तेज गेंदबाजी और स्पिन मिश्रित आक्रमण का सामना करते में अधिक परेशानी नहीं हुई और जिसके साथ मैच ड्रॉ हुआ।
कुक हालांकि सात रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जबकि शमी की गेंद को पुल कने की कोशिश में लॉन्ग लेग पर चेतेश्वर पुजारा ने उनका कैच लगभग पकड़ ही लिया था। भारतीय स्पिनरों ने 37 में से 26 ओवर फेंके लेकिन सफलता नहीं मिली। अश्विन (10 ओवर में 32 रन) और जडेजा (10 ओवर में 33 रन) को उछाल और टर्न मिल रहा था लेकिन यह मुश्किल में डालने वाला नहीं था। अमित मिश्रा (छह ओवर में 19 रन) की गति एक बार फिर धीमी लगी। हमीद ने कुक के साथ मिलकर 15वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन तक पहुंचाया। उन्नीस साल का यह बल्लेबाज सिर्फ एक बार अर्धशतक पूरा करने से पहले परेशानी में दिखा। उन्होंने अश्विन की गेंद पर कोई शॉट नहीं खेला और गेंद उनके पैड पर लगी। इस अपील को अंपायर ने ठुकरा दिया। भारत ने डीआरएस लिया लेकिन गेंद ऑफ स्टंप से बाहर थी और वह नॉटआउट करार दिए गए। और अंत में मैच ड्रॉ हो गया।