कहा जाता है कि दोस्त हीं वो होते है जिन्हें हम चुनते हैं और विज्ञान कहता है कि जिनके अच्छे दोस्त होते है, उनका दिल स्वस्थ रहता है। सफलता हो या स्वास्थ्य, उन्हें हासिल करने के लिए अच्छे दोस्तों का होना बहुत जरूरी होता है जिसके साथ आप अपने जीवन के सभी बातों को शेयर करते है । शायद इसीलिए भगवान ने जिन्हें हमें परिवार में नहीं दिया, उन्हें हमारा दोस्त बना दिया। सचिन अपने दोस्त अतुल की टिफिन खा जाते थे…
सचिन के बचपन के दोस्त और पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर अतुल रानाडे बताते हैं, ‘सचिन बचपन से ही बेहद शरारती रहे है। स्कूल में वे हमारा टिफिन कब खा जाते थे, इसका पता ही नहीं चलता था लेकिन हम उनका टिफिन कभी खा नहीं सके, क्योंकि शायद वो स्कूल आते ही उसे खत्म कर देते थे।’
अतुल बताते हैं कि सचिन को “वो जब याद आए, बहुत याद आए’ गाना बहुत पसंद है। हम अक्सर इसे साथ में सुनते है।
एक बार अतुल का जन्मदिन मनाने सचिन मसूरी गए थे उस समय अतुल सो रहे थे तब सचिन ने उनकी आंखों में बाम लगा दिया। अतुल जब उठे तो उनकी आंखें खूब जलने लगीं। सचिन मदद के बहाने से आगे आए और टूथपेस्ट को भी उनके आंखों में लगाकर खूब हंसने लगे।
सचिन के करीबी दोस्तों में फैसल और विवेक पालकर भी है। फैसल कारों के शौकीन हैं, सचिन उनसे ही कारों की जानकारी लेते है।
अतुल, सचिन के साथ स्कूल में पढ़ते थे। दोनों एक ही बेंच पर साथ बैठते थे। कई साल साथ में क्रिकेट भी खेला। वे आज भी सचिन के सबसे करीबी दोस्त है ।