बल्ले से अच्छे प्रदर्शन के बावजूद चयनकर्ताओं ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी सीरीज के लिए 15 सदस्यीय टीम में नहीं चुनकर फिर से उनकी अनदेखी की। गंभीर से इसके बारे में पूछने पर इस आक्रामक बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, ‘‘सही बताऊं तो मैं चयन के लिए नहीं खेलता। मेरा काम रन जुटाना है और मैं इसी पर अपना ध्यान लगाता हूं।’’
चयन पर मेरा नियंत्रण नहीं
उन्होंने कहा, ‘‘आपको मैदान पर जाकर सिर्फ उन्हीं चीजों पर नियंत्रण करना चाहिए, जिन पर आप नियंत्रण कर सकते हो, बाकी चयनकर्ताओं का काम है। चयनकर्ता जो भी फैसला करते हैं, वो उनकी राय होती है। मेरा काम अपनी टीम को जीत दिलाना है।’’ गंभीर ने साथ ही दोहराया कि वह टेस्ट क्रिकेट में किसी भी तरह की छेड़छाड़ के पक्ष में नहीं हैं।
गंभीर ने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से मानता हूं कि दर्शकों को आकर्षित करने के लिए हमें लाल गेंद की बजाय गुलाबी गेंद से खेलने की जरूरत नहीं है, ऐसा तब करना चाहिए जब आपको लगे कि लाल गेंद से परिणाम नहीं मिल रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आजकल हमें टेस्ट मैच ड्रा होते हुए काफी कम दिख रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट पारंपरिक प्रारूप है और इसे ऐसे ही छोड़ देना चाहिए। आप टी-20 और वनडे में गुलाबी गेंद से प्रयोग कर सकते हो, इसमें कोई नुकसान नहीं है।’’