भारत के पुछल्ले बल्लेबाजों को समय रहते आउट करने में नाकाम रही इंग्लैंड के लिए हालात कुछ इस कदर हो गए कि मानो उसने ‘हाथी तो निकाल दिया, लेकिन उसकी पूछ फंस गई। रविवार को इंग्लैंड की टीम ने 204 के स्कोर पर भारत चोटी के 6 बैट्समैन को आउट कर दिया था। इसके बाद भारतीय टीम के पुछल्ले बल्लेबाज ही रह गए थे। अनुमान लगाया जा रहा था कि भारतीय टीम 300-330 के बीच ऑल आउट हो जाएगी। लेकिन ऐसा हो न सका। सातवें विकेट के लिए रविचंद्रन अश्विन ने रविंद्र जाडेजा के साथ मिलकर 97 रनों की भागीदारी की। अश्विन ने एक बार फिर साबित किया कि क्यों उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में गिना जाता है। उन्होंने 72 रनों का योगदान दिया।
इसके बाद भी इंग्लिश गेंदबाजों को राहत नहीं मिली। जाडेजा को अब जयंत यादव का साथ मिला। जाडेजा खास तौर पर अधिक परिपक्व नजर आए। दोनों ने 8वें विकेट के लिए 80 रन जोड़े। जाडेजा अपने शतक से 10 रन चूक गए और 90 रन बनाकर लेग स्पिनर आदिल रशीद की गेंद पर क्रिस वोक्स के हाथों कैच आउट हुए। इस बीच जयंत यादव ने भी अपने टेस्ट करियर की पहली हाफ सेंचुरी लगाई। वह 55 रन बनाकर बेन स्टोक्स का शिकार बने। भारत का अंतिम विकेट उमेश यादव के रूप में गिरा जिन्होंने 12 रन बनाए।