नई दिल्ली: विराट, विराट के नारों से मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम रविवार को गूंज रहा है। वैसे उनकी धूम शनिवार को भी रही, जब उन्होंने करियर का 15वां टेस्ट शतक लगाया था, लेकिन रविवार उनके लिए और खास बन गया जब उन्होंने करियर का तीसरा दोहरा शतक जड़ दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि तीनों दोहरे शतक इसी साल आए हैं और इस साल तो वह गजब के फॉर्म में हैं और हर सीरीज, बल्कि यूं कहें कि लगभग हर मैच में कोई न कोई रिकॉर्ड अपने नाम करते जा रहे हैं। मुंबई में उन्होंने व्यक्तिगत और कप्तान के रूप में कई उपलब्धियां अपने नाम कर ली हैं।
विराट की यह रनसंख्या (235 रन) टीम इंडिया के किसी भी कप्तान का सर्वोच्च स्कोर है। पिछला रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी (224 रन) के नाम पर था जो उन्होंने फरवरी 2013 में ऑस्ट्रेिलिया के खिलाफ बनाया था। विराट ने इससे पहले कप्तान के रूप में इसी वर्ष न्यूजीलैंड के खिलाफ भी दोहरा शतक (211 रन) बनाया था। इन दोनों के अलावा सचिन तेंदुलकर (217 रन, बनाम न्यूजीलैंड 1999) और सुनील गावस्कर (205 रन, बनाम इंडीज 1978) ने भी टीम इंडिया के कप्तान के तौर पर दोहरा शतक बनाया था।
विराट कोहली टीम इंडिया के ऐसे पहले कप्तान बन गए हैं जिसने कप्तान के रूप में 3 दोहरे शतक बनाए हैं। विराट ने वर्ष 2016 में अब तक चार शतक (मुंबई के शतक को मिलाकर) बनाए हैं, इसमें से पिछले तीन शतक में वे 200 का आंकड़ा छूने में सफल रहे हैं। 21 जुलाई 2016 को वेस्टइंडीज के खिलाफ विराट ने नॉर्थ साउंड में 200 रन बनाए थे। इसके बाद 8 अक्टूबर 2016 को न्यूजीलैंड के खिलाफ इंदौर में वे 211 रन बनाने में कामयाब रहे थे और अब मुंबई में भी 200 का आंकड़ा पार कर लिया है।
कैलेंडर वर्ष में 1000 रन वाले तीसरे कप्तान
विराट कोहली ने इस कैलेंडर ईयर में टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन से अधिक बना दिए हैं। ऐसा उन्होंने मुंबई टेस्ट की पहली पारी में इंग्लैंड के खिलाफ 35वां रन बनाते ही कर दिया। ऐसा करने वाले वह भारत के तीसरे कप्तान बन गए हैं। इससे पहले कप्तान के रूप में यह रिकॉर्ड साल 1997 में सचिन तेंदुलकर ने और फिर साल 2006 में राहुल द्रविड़ ने बनाया था। कोहली ने यह कमाल 11 टेस्ट मैचों में 71।50 के औसत से रन बनाकर किया है।
इंग्लैंड के खिलाफ कोहली का यह तीसरा और वानखेड़े स्टेडियम में पहला शतक था, बल्कि यूं कहें कि यह अब पहला दोहरा शतक हो गया है। कप्तान के तौर पर कोहली का यह आठवां टेस्ट शतक है। इसके साथ ही उन्होंने सचिन तेंदुलकर के 7 शतक के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। भारत की तरफ से कप्तान के तौर सुनील गावस्कर ने 11 और दिलीप वेंगसरकर ने 9 शतक लगाए हैं।
विराट कोहली बतौर कप्तान सबसे कम पारियों में 2000 रन बनाने वाले विश्व के पांचवें क्रिकेटर बन गए हैं। उन्होंने 1112 से अधिक रन बना लिए हैं। यह 84 साल के भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक कैलेंडर ईयर में भारतीय कप्तान का सबसे बड़ा स्कोर है। यह उपलब्धि उन्होंने 21 मैच और 34 पारियों हासिल की। विराट से ऊपर ये खिलाड़ी हैं।।।
बैट्समैन इनिंग साल
डॉन ब्रैडमैन 24 1947
ग्राहम गूच 29 1991
महेला जयवर्धने 32 2008
माइकल क्लार्क 32 2012
विराट कोहली 34 2016
विराट कोहली ने एक साल में 1000 टेस्ट रन बनाते ही एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली। उनसे पहले यह कारनामा राहुल द्रविड़ ने साल 2011 में किया था। वास्तव में पिछले 5 साल में कोई भी भारतीय खिलाड़ी एक साल में हजार टेस्ट रन नहीं बना पाया था।विराट कोहली से पहले साल 2016 में तीन खिलाड़ी टेस्ट में हजार से अधिक रन बना चुके हैं और वह तीनों ही इंग्लैंड के ही हैं। इंग्लैंड के जॉनी बेयररस्टॉ, जो रूट और एलिस्टर कुक के नाम यह रिकॉर्ड है।
बैट्समैन टेस्ट इनिंग
जॉनी बैरिस्टो 16 26
जो रूट 16 29
एलस्टर कुक 16 30
विराट कोहली 11 17
विराट ने इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में टेस्ट में 4000 रन भी पूरे किए। वे सबसे कम पारियों में 4000 रन पूरा करने वाले छठे भारतीय हैं। विराट ने टेस्ट करियर की 89वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल की। उनसे पहले भारत की ओर से वीरेंद्र सहवाग ने सबसे तेज 4 हजार रन पूरे किए थे। उन्होंने 2006 में 79वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल की थी।