भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के दौरान कई बार कड़वे लम्हे भी सामने आए। इस पर भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि वह अब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को अपना दोस्त नहीं मानते। कोहली ने DRS विवाद के दौरान ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को ‘धोखेबाज’ कहा था। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया का एक हिस्सा और कुछ खिलाड़ियों ने कोहली के प्रति आक्रामक रुख अपना लिया था। वह लगातार कोहली पर निशाना साध रहे थे। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने तो कोहली की तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप तक से कर दी थी।
मामला तब और बिगड़ गया जब क्रिकेट ऑस्ट्रेलियाई के सीईओ जेम्स सदरलैंड ने यहां तक कह दिया कि कोहली को शायद सॉरी की स्पेलिंग भी नहीं आती होगी।
भारत के सीरीज 2-1 से जीतने के बाद जब कोहली से पूछा गया कि अब जब मुकाबले खत्म हो गए हैं तो क्या कोहली स्टीव स्मिथ और उनकी टीम के साथ मैदान के बाहर दोस्ती की नई शुरुआत कर सकते हैं।
विराट कोहली ने कहा, “नहीं, अब यह निश्चित रूप से बदल गया है। मुझे लगता है कि यह स्थिति पहले थी, लेकिन अब बिल्कुल भी वैसी नहीं रही। मैंने शुरुआती दौर में गहमागहम बहस के बीच जो कहा था, वह इसलिए था क्योंकि आप प्रतिस्पर्धी होना चाहते हैं, लेकिन मैं गलत साबित हुआ। मैंने पहले टेस्ट से पहले जो बातें कहीं थीं, वह पूरी तरह से गलत साबित हुईं और आपने मुझे ऐसा कहते हुए दोबारा नहीं सुना होगा”
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