चैंपियंस ट्रोफी के आखिरी लीग मैच में पाकिस्तान ने श्री लंका को 3 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। यह मैच दोनों टीमों के लिए क्वॉर्टर फाइनल की तरह था। इस अहम मुकाबले में पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद (61*) की कप्तानी पारी खेली और अपनी टीम को जीत दिला दी। इससे पहले 162 पर 7 विकेट गंवा चुका पाकिस्तान एक समय हार की कगार पर पहुंच गया था। सरफराज की यह पारी निर्णायक साबित हुई और इस पारी की बदौलत पाकिस्तान ने हारी हुई बाजी पलटकर यह मैच अपने नाम कर लिया। अब बुधवार को वह इंग्लैंड से पहले सेमीफाइनल में खेलेगा।
237 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम ने शुुरुआत तो शानदार की, लेकिन 74 के स्कोर पर जब उसने फकर जमान (50) के रूप में अपना पहला विकेट गंवाया, तो फिर अगले 88 रन जोड़ते-जोड़ते (162) उसने अपने 7 विकेट गंवा दिए। यहां से यह मैच श्री लंका की झोली में जाता दिख रहा था, लेकिन पाकिस्तान के विकेटकीपर कप्तान सरफराज अहमद ने शानदार बल्लेबाजी की और मोहम्मद आमिर (28*) के साथ मिलकर 8वें विकेट के लिए 75 रन की साझेदारी की निभाई और पाकिस्तान को जीत दिलाकर उसे सेमीफाइनल में पहुंचा दिया।
इससे पहले टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने उतरी पाकिस्तानी टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और जुनैद खान ने श्री लंका के मध्यक्रम को बुरी तरह झकझोरा। पाकिस्तान ने आईसीसी चैंपियंस टोफी के क्वॉर्टर फाइनल रूपी मैच में अपने इस प्रतिद्वंद्वी को 236 रन पर ढेर कर दिया। श्री लंका पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर बड़ा स्कोर खड़ा करने की स्थिति में दिख रहा था, लेकिन आमिर 53 रन देकर 2 विकेट और जुनैद 40 रन देकर 3 विकेटों के आक्रामक स्पैल ने पासा पलट दिया। हसन अली 43 रन देकर 3 विकेट लेने वाले अन्य पाकिस्तानी गेंदबाज थे, जिन्होंने पारी के शुरू में प्रभाव छोड़ा।
सलामी बल्लेबाज निरोशन डिकवेला 73 की और कप्तान एंजेलो मैथ्यूज 39 ने श्री लंकाई पारी को संवारकर उसे अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया था, लेकिन इसके बाद आमिर ने उसकी पारी के पतन की कहानी लिखी। आमिर और जुनैद ने 3.2 ओवर में 2-2 विकेट निकाले। इस तरह से श्री लंका ने 6 रन के अंदर 4 विकेट गंवा दिए, जिनमें मैथ्यूज और डिकवेला के विकेट भी शामिल हैं।
निचले क्रम के बल्लेबाज सुरंगा लखमल (26) और असेला गुणरत्ने (27) ने विकेट गिरने का क्रम रोका, जिससे श्रीलंका 250 रन के करीब पहुंच पाया। इन दोनों ने 8वें विकेट के लिए 46 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। शुरू में धनुष्का गुणतिलके (13) को जुनैद ने शुरू में ही आउट कर दिया, जिसके बाद डिकवेला और कुसल मेंडिस (27) ने 56 रन की साझेदारी करके टीम को इस झटके से उबारा।
श्री लंका बड़ा स्कोर बनाने की स्थिति में दिख रहा था, लेकिन हसन अली ने इसके बाद शानदार गेंदबाजी। मेंडिस को उन्हें खेलने में दिक्कत हुई और आखिर में इस गेंदबाज के शिकार बने। इसके बाद दिनेश चंदीमल क्रीज पर आए, लेकिन वह केवल 2 गेंद तक ही टिक पाए और फाहिम अशरफ की गेंद विकेट पर खेलकर पविलियन लौट गए। श्री लंका ने इस तरह से 3 गेंद के अंदर 2 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन डिकवेला ने एक छोर संभाले रखा और दूसरे छोर से उन्हें मैथ्यूज के रूप में अच्छा साथी मिला।
डिकवेला ने मोहम्मद हफीज की गेंद पर 1 रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया। डिकवेला और मैथ्यूज ने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की और स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया। उन्होंने न सिर्फ स्कोर बोर्ड चलायमान रखा और पाकिस्तान को भी दबाव में ला दिया। इन दोनों ने 16.1 ओवर में 78 रन की साझेदारी की। आमिर को इसके बाद आक्रमण पर लगाया गया और उन्होंने दूसरी गेंद पर ही मैथ्यूज को आउट कर दिया जो सही टाइमिंग से शाट नहीं खेल पाए और स्टंप पर खेल गए।
आमिर का टूर्नमेंट में यह पहला विकेट था, जो उन्होंने महत्वपूर्ण मोड़ पर लिया। जुनैद ने नए खिलाड़ी धनंजय डिसिल्वा (1) को आते ही पविलियन का रास्ता दिखा दिया, जबकि आमिर ने डिकवेला को आउट किया, जिनका विकेटकीपर सरफराज खान ने नीचे रहता हुआ कैच लिया। जुनैद ने तिसारा परेरा को आउट करके श्री लंकाई पारी को हिला कर रख दिया।
































































