फेलेप्स ने तोड़ा 2 हजार साल पुराना रिकार्ड, ओलंपिक में है 25 पदक

0
फेलप्स

नई दिल्ली/रियो डि जिनेरियो: तरणताल के भीतर अपनी बादशाहत कायम रखते हुए अमेरिका के दिग्गज तैराक माइकल फेलेप्स ने मंगलवार को ओलंपिक में दो और स्वर्ण पदक अपने नाम किये. इसके साथ ही ओलंपिक में उनके 21 स्वर्ण पदक और कुल 25 पदक हो गये हैं. इसके साथ ही फेलेप्स ने 2 हजार से ज्यादा पुराने रिकार्ड को अपने नाम कर लिया है।

साल 2000 में ओलंपिक की फीकी शुरूआत करने वाले माइकल फेल्पस ने फिर कभी मुड़कर नहीं देखा और अपने नाम ऐसे-ऐसे रिकॉर्ड दर्ज किए जिसे तोड़ पाना आने वाली पीढ़ी के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाला. जिस तरह से क्रिकेट में सचिन, फुटबॉल में पेले उसी तरह से तैराकी में माइकल फेलेप्स का नाम अब हमेशा के लिए अमर हो गया है.

अपने 16 सालों के करियर में फेलेप्स शायद ही कोई बड़ी उपल्ब्धि छूना से चूके हों, आइये इसी पर एक नज़र डालें और देखें फेलेप्स से जुड़ी 12 रोमांचक बातें और रिकॉर्ड्स:

  1. साल 2000 में अमेरिका के लिए पिछले 70 सालों में ओलंपिक में क्वालीफाइ करने वाले फेलेप्स 15 साल की उम्र में सबसे युवा पुरूष ओलंपियन बने. 2000 ओलंपिक में फेलेप्स ने 200 मीटर बटरफ्लाई के लिए क्वालीफाई किया हालांकि इस ओलंपिक में उन्हें मेडल नहीं मिला और उन्होंने फाइनल्स में टॉम मॉलचाउ के खिलाफ लड़ते हुए पांचवा स्थान हासिल किया.
  1. 2000 में ओलंपिक में क्वालीफाई करने के बाद 2001 में नेशनल्स और फीना वर्ल्ड चैंपियनशिप में फेलेप्स ने 15 साल की उम्र में इयान थोर्प का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया. इयान थोर्प ने 400 मीटर फ्रीस्टाइल में 16 साल 10 महीने की उम्र में मेडल जीता जिसे तोड़ते हुए माइकल ने 15 साल की उम्र में ये कारनामा कर दिखाया.
  2. साल 2004 में खेले गए एथेंस ओलंपिक में माइकल फेलेप्स ऐसे छाए कि दुनियाभर में उनके नाम का डंका बज गया. फेलेप्स ने एथेंस में 6 गोल्ड और 2 ब्रॉंज़ मेडल जीते. इस साल उन्होंने रिकॉर्ड टाइम में 400 मीटर रेस अपने नाम की जिसके बाद उनकी एक अलग पहचान बन गई. इसके बाद माइकल ने अपने हीरो इयान थॉर्प के खिलाफ 200 मीटर फ्रीस्टाइल रेस जीतकर सनसनी फैला दी.
  1. एथेंस से और आगे बढ़ते हुए माइकल फेलेप्स ने मानो कसम खाई हो कि अब उन्हें नहीं रूकना. जिस तरह से सचिन को क्रिकेट विश्वकप का बेताज बादशाह माना जाता है उसी तरह फेलेप्स ने ओलंपिक में अपना लोहा मनवाया है. फेलेप्स ने एथेंस में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 2,4 या 6 नहीं बल्कि 8 गोल्ड मेडल जीते. जिसमें 200 मीटर फ्रीस्टाइल, बटरफ्लाई और व्यक्तिगत मेडली मैन शामिल थे. इसके अलावा उन्होंने 4 गुणा 200 व्यक्तिगत मेडली मैन, 4 गुणा 100 मैडली रिले मैन, 400 मीटर व्यक्तिगत मेडली मैन, 4 गुणा 100 फ्रीस्टाइल रिले मैन और 100 मीटर बटरफ्लाई शामिल थी.
इसे भी पढ़िए :  कटक वनडे: युवराज 150 पर आउट, धोनी ने भी जड़ा शतक, भारत का स्कोर: 329/5

बीजिंग ओलंपिक्स माइकल फेलेप्स के करियर में मील का पत्थर और सर्वश्रेष्ठ ओलंपिक भी माना गया.

  1. लंडन ओलंपिक्स में एक फिर फेलेप्स आए और 2012 के ओलंपिक में उसेन बोल्ट के बाद दूसरे सबसे सफल ओलंपियन साबित हुए. इस बार फेलेप्स ने 4 गोल्ड और 2 सिल्वर मेडल जीते. हालांकि इस ओलंपिक में फैंस को उनसे निराशा हाथ लगी क्योंकि कई मौको पर वो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं दे सके.

 

  1. रियो ओलंपिक से पहले 18 स्वर्ण पदक अपने नाम कर चुके फेलेप्स ने इस सीज़न 3 गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिए हैं. पहले तैराकी के चार गुणा 100 मीटर फ्री स्टाइल रिले में नया रिकॉर्ड कायम करते हुए अपने देश को स्वर्ण पदक दिलाया जो कि उनका 19वां गोल्ड था जिसके बाद आज उन्होंने 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में अपने प्रतिद्वंद्वी दक्षिण अफ्रीका के चाद ले क्लोस को बहुत पीछे छोड़ते हुए अपना 20वां सोना जीता. विश्व रिकार्ड धारक दिग्गज ओलंपियन ने यह रेस एक मिनट 53.36 सेकेण्ड में पूरी की. इसके कुछ देर बाद फेलेप्स ने अपने देश को एक और सोने का तमगा दिलाया. उन्होंने चार गुणा 200 फ्रीस्टाइल रिले की टीम स्पर्धा में अमेरिका को स्वर्ण पदक दिलाने में टीम की अगुवाई की.
  1. वर्ष 2012 के लंदन ओलंपिक में दक्षिण अफ्रीका के चाद ले क्लोस ने फेलेप्स को 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में स्वर्ण पदक से महरूम कर दिया था और इसके बाद उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी तो ऐसा लगा कि वह अपनी हार का बदला नहीं ले पायेंगे. बाद में जब उन्होंने एक बार फिर ओलंपिक में हिस्सा लेने की घोषणा की तो उनकी निगाहें इस स्पर्धा में एक बार फिर अपनी बादशाहत कायम करने पर लगी थी और स्पष्ट था कि किसी और स्पर्धा की तुलना में इसमें स्वर्ण पदक जीतना उनके लिए सबसे अहम था.
  2. ओलंपिक के इतिहास में सर्वाधिक मेडल का रिकॉर्ड भी अब माइकल फेलेप्स के नाम हो गया है. उन्होंने अब तक कुल 25 मेडल जीते हैं जबकि उनके बाद लेरिसा लेटिनिना का नंबर है जिन्होंने जिमनास्ट में कुल 18 मेडल जीते. वहीं तीसरे नंबर पर निकोलिया एंड्रियानोव हैं जिनके नाम भी जिमनास्ट में ही 15 मेडल शुमार हैं.
  3. जबकि गोल्ड मेडल जीतने के मामले में भी फेलेप्स का कोई सानी नहीं है, फेलेप्स ने अपने ओलंपिक कार्यकाल में कुल 19 गोल्ड मेडल अब तक जीत लिए हैं. जबकि उनके बाद पावो नुरमी का नाम आता हैं. जिन्होंने साल 1920 से लेकर 1928 तक 9 गोल्ड जीते हैं.
  1. किसी भी एक सिंगल ओलंपिक में पहले स्थान पर रहते हुए सर्वाधिक 8 गोल्ड मेडल्स का रिकॉर्ड भी बीजिंग ओलंपिक के दौरान माइकल फेलेप्स के नाम दर्ज है.
  1. ओलम्पिक तैराकी के महान खिलाड़ी अमेरिका के माइकल फेलेप्स ने बताया है कि वो इस सीज़न ज्यादा से ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने के लिए कार्बोहायडरेड युक्त खाने के पदार्थ का अधिक सेवन कर रहे हैं. फेलेप्स इस बार मेडल के लिए मसाज ले रहे हैं, आइस बाथ ले रहे हैं और खा रहे हैं. फेलेप्स के पास पाउंड स्पघेटी है और वो इसे बिल्कुल पसंद नहीं करते लेकिन वो इसे जबरन खा रहे हैं.
इसे भी पढ़िए :  धर्मशाला में शुरू हुआ बीसीसीआई का वार्षिक कॉनक्लेव

 

  1. इतना ही नहीं अपने किसी रिकॉर्ड की बराबरी करने या टूटने में आपने कितने लंबे वक्त के बारे में सुना है, ज्यादा से ज्यादा 50 साल, 100 साल या 150 साल लेकिन अगर हम कहें कि फेलेप्स ने 2168 साल पुराने एक रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है तो? जी हां प्राचीन ओलंपिक खेलों को भी इसमें जोड़ दिया जाए तो उन्होंने 2168 साल पुराने ओलंपिक रनर लिओनिडास ऑफ रोड्स के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. फेलेप्स ने लिओनिडास के व्यक्तिगत 12 ओलंपिक खिताबों की बराबरी कर ली है.
इसे भी पढ़िए :  काबुल में विस्फोट, पांच लोगों की मौत