रणजी ट्रॉफी में बने नए रिकॉर्ड, स्वप्निल गुगले ने तिहरा और अंकित बावने ने जड़ा दोहरा शतक

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रणजी ट्रॉफी

रणजी ट्रॉफी में महाराष्‍ट्र के स्‍वप्निल गुगले और अंकित बावने ने सबसे बड़ी साझेदारी का रिेकॉर्ड बना दिया है। मुंबई के वानखेड़े स्‍टेडियम में दिल्‍ली के खिलाफ मैच में महाराष्‍ट्र के बल्‍लेबाजों ने 594 रन की नाबाद साझेदारी की। दोनों ने विजय हजारे और गुल मोहम्‍मद की 577 रन की साझेदारी का रिकॉर्ड ध्‍वस्‍त किया। उन्‍होंने 1946/47 में रणजी ट्रॉफी के फाइनल में यह रिकॉर्ड बनाया था। महाराष्‍ट्र ने अपनी पहली पारी 2 विकेट पर 635 रन बनाकर घोषित की। गुगले 351 और बावने 258 रन बनाकर नाबाद रहे। गुगले ने पहली बार रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक लगाया है। साथ ही रणजी ट्रॉफी के इतिहास में यह 36वां तिहरा शतक है। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में गुगले तिहरा शतक लगाने वाले महाराष्‍ट्र के चौथे बल्‍लेबाज हैं। दिल्‍ली के खिलाफ पहली बार ट्रिपल सेंचुरी लगी है। गुगले ने अपनी पारी में 521 गेंद का सामना किया और 31 चौके व 5 छक्‍के लगाए। वहीं बावने ने 500 गेंदें खेली और 18 चौके और 2 छक्‍के लगाए।

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रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे बड़ा व्‍यक्तिगत स्‍कोर महाराष्‍ट्र के ही बीबी निबांलकर के नाम है। उन्‍होंने नाबाद 443 रन की पारी खेली थी। गुगले और बावने की जोड़ी सबसे बड़ी साझेदारी का वर्ल्‍ड रिकॉर्ड भी तोड़ सकती थी। यह रिकॉर्ड कुमार संगकारा और महेला जयवर्द्धन ने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 624 रन की साझेदारी कर बनाया था। रणजी ट्रॉफी में एक ही पारी में दो बल्‍लेबाज तिहरे शतक लगाने का कमाल कर चुके हैं। 1989 में तमिलनाडु के डब्‍ल्‍यूवी रमन ने 313 और अर्जन के सिंह ने नाबाद 302 रन बनाए थे। गुगले और बावने की जोड़ी ऐसा नहीं कर पाई, क्‍योंकि महाराष्‍ट्र के पारी घोषित करने के कारण बावने 258 रन पर ही नाबाद रह गए। रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक लगाने वाले गुगले सातवें कप्‍तान हैं।

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इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्‍लेबाजी को उतरी महाराष्‍ट्र की शुरुआत खराब रही। उसके सलामी बल्‍लेबाज हर्षद खादीवाले 10 रन बनाकर आउट हो गए। तीसरे नंबर पर बल्‍लेबाजी को आए चिराग खुराना भी केवल चार रन बना पाए। दोनों के विकेट नवदीप सैनी को मिलेे। लेकिन इसके बाद गुगले और बावने ने दिल्‍ली को विकेट के लिए तरसा दिया।

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