भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली अर्जेंटीना के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर डिएगो मैराडोना के साथ कोलकाता में एक चैरिटी मैच खेलेंगे। फीफा विश्व कप विजेता फुटबॉलर की यह दूसरी भारत यात्रा है। 56 साल के मैराडोना ने कहा, मेरे लिए फिर से भारत आना गर्व की बात है। कोलकाता एक बेहद खास जगह है और पिछले दौरे में मुझे यहां बहुत अच्छी यादें मिली थीं। यहां के दर्शक भी शानदार हैं। मैराडोना दुर्गापूजा से पहले सितंबर में कोलकाता पहुंचेंगे। प.बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनका सम्मान करेंगी। मैराडोना ने कहा, भारत एक फुटबॉल प्रेमी देश है और मैं इस खेल से प्यार करने वाले दर्शकों से मिलूंगा। पिछली बार मैराडोना दिसंबर 2008 में भारत आए थे। उनके कोलकाता पहुंचते ही हजारों फुटबॉल प्रेमियों ने उनका स्वागत किया था। फुटबॉल प्रेमी और इंडियन सुपर लीग टीम एटलेटिको डे कोलकाता के मालिक सौरव गांगुली का भी इस खेल से गहरा नाता रहा है।
मैराडोना के समारोह के प्रोमोटर सताद्रू दत्ता ने कहा कि इसका मससद उन्हें स्पॉटलाइट में रखना है। गांगुली के अलावा कई सिलेब्रिटीज भी इस इवेंट भी शामिल होंगे। हालांकि इसका खुलासा नहीं किया गया है कि कौन-कौन सिलेब्रिटीज समारोह में शिरकत करेंगे। मैराडोना का भारत दौरा और गांगुली के साथ उनके मैच को देखने के लिए न सिर्फ फुटबॉल फैन्स बल्कि क्रिकेट फैन्स को भी इंतजार रहेगा। एक विशेष वर्कशॉप के तहत मैराडोना फुटबॉलर प्लेयर्स को ट्रेनिंग भी देंगे। वह कोलकाता में बेहद पुराने दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन भी करेंगे।
बता दें कि सौरव गांगुली बीसीसीआई की सीएसी का हिस्सा भी हैं। इस कमिटी के पास भारतीय क्रिकेट टीम का नया कोच चुनने का जिम्मा है। गांगुली के अलावा सचिन तेंडुलकर और वीवीएस लक्ष्मण भी इसका हिस्सा हैं। क्रिकेट अडवाइजरी कमिटी (सीएसी) ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड से इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कुछ वक्त और मांगा है। टीओआई की गुरुवार को छपी रिपोर्ट के मुताबिक सीएसी के लिए कुंबले को अंतिम समय में नोटिस देकर हटाना संभव नहीं है। नतीजे भी भारतीय कोच के पक्ष में ही जा रहे हैं, क्योंकि पिछले साल इसी कमिटी ने उन्हें चुना था। गुरुवार की रात सीएसी और बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी की लंदन के एक होटल में 2 घंटे से ज्यादा मुलाकात हुई थी। देर रात उन्होंने बोर्ड से कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर सोचने के लिए और वक्त चाहिए। यह भी माना जा रहा है कि सीएसी के सदस्यों ने कुंबले और कोहली से अलग-अलग इस मुद्दे पर बातचीत की है।