उन्होंने बताया कि जिन विद्यालयों एवं महाविद्यालयों की संबद्धता रद्द किए जाने का निर्णय लिया गया है उन्हें संबद्धता तो प्रदान की गई पर उन्हें पत्र निर्गत नहीं हुआ था। इनकी जांच किए जाने पर पाया गया कि वे संबद्धता के निर्धारित मापदंड को पूरा नहीं करते हैं। किशोर ने बताया कि इसके अलावा मधेपुरा स्थित एक महाविद्यालय के संबद्धता पत्र प्राप्त होने के पूर्व ही छात्र-छात्राओं का नामांकन कर लिए जाने पर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्णय लिया गया है।
भाषा की खबर के अनुसार, उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इंटर परीक्षा टॉपर्स घोटाले के बाद पिछले दो वर्षों के दौरान बीएसइबी के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद द्वारा संबद्धता प्रदान किए गए प्रदेश के 31 जिलों के कुल 212 विद्यालय एवं महाविद्यालयों की संबद्धता की जांच 18 मानक शर्तो पर कराई जा रही है। इन 212 विद्यालय एवं महाविद्यालयों में से 177 की जांच पूरी कर ली गई है जिनमें से 144 की अब तक संबद्धता निलंबित किए जाने का निर्णय लिया गया है।